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88 घंटो बाद भी नहीं निकल सका बोरवेल में गिरा राहुल, रेस्कयू जारी

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में 10 जून को बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरा राहुल अभी भी फंसा हुआ है। उसे बोरवेल में फंसे हुए करीब 88 घंटे हो चुके हैं। उसको बचाने का प्रयास प्रशासन, सेना और NDRF की टीम कर रही है। बताया जा रहा है कि वे राहुल के काफी करीब है, लेकिन बीच में बार-बार आ रही चट्‌टान बाधा बन रही है। अब राहुल की सही लोकेशन ट्रेस करने के लिए विक्टिम लोकेशन कैमरा ( VLC) का इस्तेमाल किया जाएगा।

बताया जा रहा है कि इस कैमरे के लिए दीवार में एक बड़ा सा छेद किया गया है। इसी के सहारे कैमरे को अंदर डाला जाएगा। इस विशेष कैमरे की मदद से दीवार या चट्टानों के उस पार से आने वाली आवाजों को आसानी से सुना जा सकता है। कैमरे से आवाज सुनकर रेस्क्यू करने में आसानी होगी। इससे पहले बचाव दल ने वायब्रेटर का इस्तेमाल किया था।

बचाव दल के मुताबिक राहुल की हालत फिलहाल ठीक नहीं बताई जा रही है। उसे सुबह फ्रूटी पीने के लिए दी गई, पर उसने वह नहीं पी। हालांकि प्रशासन का कहना है कि राहुल की हालत डल जरूर है, पर ठीक है। हम उसकी आवाज सुन पा रहे हैं। इस बीच कलेक्टर भी टनल देखने के लिए मौके पर पहुंचे। वहां से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि मामला संवेदनशील है, इसलिए रेस्क्यू टीम सावधानी से आगे बढ़ रही है। चट्टानों का मुकाबला हम अपने फौलादी इरादों से कर रहे हैं। दूसरी ओर प्रशासन ने आसपास के 200 मीटर एरिया को खाली कराकर बैरिकेडिंग कर दी है। अब वहां पर किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है।

ग्रीन कॉरिडोर तैयार, अपोलो में करेंगे भर्ती
राहुल को निकालकर अस्पताल तक ले जाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि राहुल को रेस्क्यू करने के बाद राहुल को असपताल ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बना लिया गया है। राहुल के बाहर आते ही एंबुलेंस से बिलासपुर लेकर जाया जाएगा। वहां अपोलो अस्पताल में उसे भर्ती किया जाएगा। अब बस उसके बाहर आने का इंतजार है। इसे लेकर मेडिकल टीम भी अलर्ट पर हैं।

10 जून को गिरा था राहुल
राहुल साहू (10) का शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे के बाद से गायब था, परिजनो के काफी देर तक ढुंढ़ने के बाद नहीं मिला तो राहुल के परिजन बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे की तरफ पहुंचे, तो गड्ढे में से राहुल के रोने की आवाज आ रही थी। गड्‌ढे के पास जाकर पता चला कि आवाज गड्ढे के अंदर से आ रही है।

परिजनों के मुताबिक बच्चा मूक-बधिर है, मानसिक रूप से काफी कमजोर भी बताया जा रहा है, जिसके कारण वह स्कूल भी नहीं जाता था। घर पर ही रहता था। राहुल अपने मां-बाप का बड़ा बेटा है। उसका छोटा भाई भी है, जिसकी उम्र 2 साल है।