राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी का बताया सच, चीन मुद्दे पर कांग्रेस ने लगाए पीएम पर आरोप
चीन के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस के बीच वार पलटवार फिर शुरू हो गया है। कांग्रेस ने आज प्रेस वार्ता करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने भी ट्वीट करके प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाए हैं। वही भाजपा प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस को जवाब दिया है।
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के कुछ सच को बताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि प्रधानमंत्री के कुछ सचः चीन से डरते हैं, जनता से सच छिपाते हैं, सिर्फ़ अपनी छवि बचाते हैं, सेना का मनोबल गिराते हैं, देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते हैं। चीन की बढ़ती घुसपैठ और प्रधानमंत्री की चुप्पी, देश के लिए बहुत हानिकारक है।
प्रधानमंत्री के कुछ सचः
1. चीन से डरते हैं
2. जनता से सच छिपाते हैं
3. सिर्फ़ अपनी छवि बचाते हैं
4. सेना का मनोबल गिराते हैं
5. देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते हैंचीन की बढ़ती घुसपैठ और प्रधानमंत्री की चुप्पी, देश के लिए बहुत हानिकारक है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 11, 2022
कांग्रेस नेता गौरव गोगई ने भी प्रेस वार्ता करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने चीन की सरकार के साथ 18 बार मुलाकात की है। उन्होंने ऐसा क्या रिश्ता बनाया कि जिससे चीन आज तक भी ये कबूल नहीं करता कि उनसे कोई गलती हुई है। चीन आज भी हमारी सीमा सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लेता। उन्होंने आगे कहा की राहुल गांधी जी बार-बार कहते हैं कि डरो मत, ये दो शब्द मोदीजी पर भी लागू होते हैं। मोदीजी डरो मत। साथ ही गोगई ने चीन के मसले पर प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की माँग की है। साथ ही इस मुद्दे पर संसद में दो दिवसीय चर्चा की भी माँग की है।
हमारी मांगें:
– चीन के मसले पर प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जानी चाहिए
– संसद में दो दिवसीय चर्चा हो: श्री @GauravGogoiAsm#PMचीन_पर_चुप्पी_तोड़ो pic.twitter.com/4y1vultKkP
— Congress (@INCIndia) July 11, 2022
कांग्रेस के आरोप का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि “चीन के दूतावास से भी आर्थिक सहयोग मिलता है। इतनी सारी आर्थिक सहायता राजीव गांधी फाउंडेशन को आप दिला सकते थे, तो नेशनल हेराल्ड को क्यों नहीं? इसका अर्थ है कि इधर भी धन संचित करना था, उधर ऋण की आड़ में बहुत बड़ी संपत्ति पर अपना अधिग्रहण करना था।” साथ ही उन्होंने नेशनल हेराल्ड मामले पर भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में कुल 90 करोड़ रुपये का ऋण था। ये ऋण कांग्रेस पार्टी का वो संगठन नहीं चुका सका था, जिसके 3 अखबार चलते थे। उसी समय राजीव गांधी फाउंडेशन को 100 करोड़ रुपये की सहायता पहुंचती है।