कोरोना से डॉक्टरों की मौत पर राहुल का सरकार पर तंज, कहा डॉक्टरों को कोरोना के साथ भाजपा जैसी निष्ठुर सरकार से भी बचानी है

देश में लोगों कोरोना की दूसरी लहर को एक बुरे सपने को हकीकत में तब्दील होते देखा है। इस लहर में हजारों लोगों ने अपनी जान गंवा दी और लाखों लोग संक्रमण की चपेट में आए। न जाने कितने बच्चे अनाथ हो गए। महामारी के इस दौर में कोई सुरक्षित नहीं है। लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टरों की भी जिंदगी सुरक्षित नहीं है।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट जारी की है उसके अनुसार देश में कोरोना की दूसरी लहर में 624 डॉक्टरों की जान चली गई है। डॉक्टरों की मृत्यु पर पहले से ही कई मुद्दों पर सरकार पर हमलावर रहने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने ट्वीट करके लिखा, “डॉक्टरों को ना सिर्फ कोरोना वायरस से सुरक्षा की जरूरत है बल्कि भाजपा सरकार की निष्ठुरता से भी बचाने की जरूरत है, डॉक्टरों को बचाना है।”

आईएमए की रिपोर्ट के अनुसार देश में अब कुल 1362 डॉक्टरों ने अपनी जान गंवा दी। दूसरी लहर में डॉक्टरों की मृत्यु दर के आंकड़ों में राजधानी दिल्ली सबसे आगे हैं यहां सबसे अधिक 109 डॉक्टरों की कोरोना से मृत्यु हुई है। वहीं पिछली लहर में देश के 748 डॉक्टरों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।

दूसरी लहर में दिल्ली के बाद सबसे अधिक डॉक्टरों की मृत्यु बिहार में 96, यूपी में 79, राजस्थान में 43, झारखंड में 39, आंध्र प्रदेश में 34 हुई है। दूसरी लहर में मरने वाले अधिकतर डॉक्टरों की उम्र 30 से 55 साल के बीच में थी। इसमे रेजिडेंड डॉक्टर, इंटर्नशिप डॉक्टर भी शामिल हैं। यही नहीं कोरोना के दूसरी लहर में कुछ गर्भवती महिला डॉक्टरों को भी अपनी जिंदगी से हाथ धोनी पड़ी।