रेलवे का माल लदान जुलाई में 18.43 प्रतिशत बढ़कर 11.27 करोड़ टन पर
भारतीय रेल ने जुलाई महीने में अभी तक का सबसे ऊंचा माल लदान दर्ज किया है।
भारतीय रेल ने जुलाई 2021 में (जुलाई, 2020 की तुलना में 18.43 प्रतिशत ज्यादा) 1.75 करोड़ टन की बढ़ोतरी के साथ अभी तक का सबसे ज्यादा 11.27 करोड़ टन माल लदान हासिल किया, जबकि इससे पहले जुलाई, 2019 में 9.97 करोड़ टन के साथ रेलवे का सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा था। वहीं जुलाई, 2020 में रेलवे ने 9.51 करोड़ टन माल का लदान किया था।
रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कोयले के लदान में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई। जुलाई, 2021 में कोयले का लदान 93.1 लाख टन रहा, जो जुलाई, 2020 की तुलना में 23.47 प्रतिशत अधिक है।
इसी तरह सीमेंट क्षेत्र का लदान 26.71 प्रतिशत बढ़कर 23.1 लाख टन पर पहुंच गया। इस्पात क्षेत्र का लदान 8.72 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4.5 लाख टन रहा।
रेलवे का लौह अयस्क का लदान 14.05 प्रतिशत बढ़कर 18.1 लाख टन पर पहुंच गया। वहीं लौह अयस्क के अलावा इस्पात के अन्य कच्चे माल का लदान 48.62 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 8.8 लाख टन रहा।
इस साल जुलाई में खाद्यान्न का लदान 7.89 प्रतिशत बढ़कर 4.3 लाख टन पर पहुंच गया। वहीं कंटेनर सेवाओं में 7.89 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जबकि अन्य उत्पादों का लदान 13.34 प्रतिशत बढ़कर 11.1 लाख टन पर पहुंच गया।