क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान और सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी ने सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
पारस्परिक रूप से पहचाने गए क्षेत्रों में सहयोगात्मक अनुसंधान करने और अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए, क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान (आरएआरआई) ने सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी (एसएमयू) के साथ एक सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
आरएआरआई, गंगटोक के सहायक निदेशक-प्रभारी डॉ. श्रीप्रकाश और एसएमयूके कुलपति डॉ. (लेफ्टिनेंट जनरल) राजन एस ग्रेवाल ने अपने-अपने संस्थानों की ओर से सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के समारोह में, एसएमयू के कुलपति डॉ. (लेफ्टिनेंट जनरल) ग्रेवाल ने आरएआरआई को गंगटोक में स्थित, सिक्किम मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसएमआईएमएस) के सेंट्रल रेफरल हॉस्पिटल में एक इकाई खोलने के लिए भी कहा। डॉ. श्रीप्रकाश ने उन्हें आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार के सक्षम प्राधिकारण से मंजूरी मिलने के बाद ऐसा किया जाएगा।
सहमति ज्ञापन का उद्देश्य विज्ञान, चिकित्सा और संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान के एक या अधिक विषयों में अनुसंधान एवं शिक्षा से जुड़ी अपनी ताकत को पहचानने के लिए दोनों संस्थानों के बीच संबंधों और आपसी समझ को बढ़ावा देना है।
आरएआरआई और एसएमयू ने संयुक्त रूप से अनुसंधान एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल होकर अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने और उसके विकास के लिए सहमति जतायी। दोनों संस्थानों ने पारस्परिक हित के विषयों पर संगोष्ठियों, सम्मेलनों एवं कार्यशालाओं का संयुक्त रूप से आयोजन करने पर भी सहमति जतायी।
दोनों संस्थानों ने अनुसंधान, प्रशिक्षण, शिक्षण सामग्री और अपनी शैक्षिक एवं अनुसंधान गतिविधियों से संबंधित अन्य साहित्य पर सूचनाओं के आदान-प्रदान के अवसरों का पता लगाने का भी फैसला किया।
सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के समारोह में उपस्थित अन्य अधिकारियों में आरएआरआई के अनुसंधान अधिकारी (आयुर्वेद) डॉ. राहुल धनराज घुसे एवं अनुसंधान अधिकारी (आयुर्वेद) डॉ. अशोक सिन्हा, और एसएमयू के रजिस्ट्रार डॉ. के एस शेरपा, कुलपति के ओएसडी (विशेष कार्य अधिकारी)डॉ. रेमॉन छेत्री, तथा सेंट्रल रेफरल हॉस्पिटल, एसएमआईएमएस के ब्लड बैंक की प्रभारी डॉ. प्रज्ञा काफले शामिल थीं।