करतारपुर कॉरिडोर के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, इस तरह किया जा रहा है आवेदन
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व 19 नवंबर को श्री करतारपुर साहिब पाकिस्तान में ही मनाएगी। इस दिन एसजीपीसी की ओर से ले जाए जा रहे जत्थे का पूरा खर्च शिरोमणि कमेटी उठाएगी। एसजीपीसी की प्रधान बीबी जागीर कौर के नेतृत्व में एक जत्था श्री करतारपुर साहिब जाएगा। बीबी जागीर कौर ने कॉरिडोर खोलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर का धन्यवाद किया। वहीं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी 18 नवंबर को अपनी सारी कैबिनेट के साथ करतारपुर कॉरिडोर से होते हुए गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने जाएंगे।
कोरोना महामारी के चलते मार्च 2020 से इस गलियारे को बंद कर दिया गया था। शुक्रवार को गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव के लिए श्रद्धालु पूरे कोरोना नियमों का पालन करते हुए दर्शन के लिए जा सकेंगे। पहले जत्थे में 250 श्रद्धालु जाएंगे और सभी यात्रियों के लिए टीकाकरण और निगेटिव आरटी पीसीआर रिपोर्ट जरूरी है। करतारपुर कॉरिडोर के लिए बुधवार से लगभग 20 माह बाद रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। कॉरिडोर से पाकिस्तान स्थित श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के दर्शन के लिए 18 नवंबर को पहला जत्था रवाना होगा। 19 नवंबर को प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 552वें प्रकाश पर्व से पहले कॉरिडोर खुलने के फैसले से पूरे सिख समुदाय में खुशी है। स्थानीय डेरा बाबा नानक के लोगों में भी खुशी की लहर है। डेरा बाबा नानक के त्रिलोचन सिंह ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर का दोबारा खोला जाना स्वागत योग्य कदम है। लोग दरबार (गुरुद्वारा दरबार साहिब) में माथा टेकने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
इस फैसले को पंजाब विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है। पंजाब में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके अलावा कृषि कानूनों के खिलाफ मुख्य रूप से सिख बिरादरी ही आंदोलनरत है। इस फैसले के जरिये सरकार ने सिख समुदाय को सकारात्मक सियासी संदेश देने की कोशिश की है। 9 नवंबर 2019 को करतारपुर कॉरिडोर का उद्धाटन किया गया था। पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक एक कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। वहीं पाकिस्तानी सीमा में नारोवाल जिले में जीरो लाइन से लेकर करतारपुर गुरुद्वारे तक सड़क बनाई गई है।