प्रमुख हवाई अड्डों पर पीक आवर्स के दौरान होने वाली भीड़भाड़ की समीक्षा
नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल ने आज बेंगलुरु और मुंबई हवाई अड्डों पर व्यस्ततम समय (पीक आवर्स) के दौरान होने वाली भीड़भाड़ को कम करने के लिए किए गए उपायों का जायजा लेने के लिए बेंगलुरु और मुंबई के हवाई अड्डा संचालकों के साथ बैठक की, जिसमें संरक्षा और सुरक्षा नियामकों यानी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) तथा नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के महानिदेशकों एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
सरकार के संज्ञान में यह बात आई थी कि मौसमी यात्राओं के कारण हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि होने से कुछ प्रमुख हवाई अड्डों पर यात्रियों से जुड़ी औपचारिकताओं को पूरा करने के क्रम में विभिन्न स्पर्श बिंदुओं (टच पॉइंट्स) पर भीड़भाड़ हो रही है और यात्रियों को अपनी बारी के लिए काफी देर तक प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। इस संबंध में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 7 दिसंबर, 2022 को एक बैठक की थी, जिसमें उन्होंने प्रमुख हवाई अड्डा संचालकों को यात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा करने की राह में आने वाली बाधाओं की पहचान करने और अपनी क्षमताओं को बढ़ाने का निर्देश दिया था।
आज की बैठक में, नागरिक उड्डयन सचिव द्वारा इस बात पर जोर दिया गया कि हवाई अड्डा संचालकों को यात्रियों की संख्या में वृद्धि के अनुरूप आवश्यक सुविधाएं प्रदान करनी होंगी, जिससे हवाई यात्रियों को परेशानी मुक्त यात्रा की सुविधा मिल सके। हवाई अड्डा संचालकों को अतिरिक्त क्षमता स्थापित करनी चाहिए और अपनी प्रणालियों एवं प्रक्रियाओं को नए सिरे से डिजाइन करना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी अधिकतम मांग की स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके।
हवाईअड्डा संचालकों को यह सलाह दी गई थी कि वे विभिन्न पहलुओं पर दैनिक रिपोर्ट दें जिसमें (क) प्रवेश द्वारों, सुरक्षा लेन पर वास्तविक समय के आधार पर प्रतीक्षा समय को इंगित करने के लिए साइन बोर्ड लगाना और सोशल मीडिया फीड के माध्यम से इसके बारे में सूचना साझा करना, (ख) सभी एयरलाइनों द्वारा अपने चेक-इन काउंटरों पर पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों को उपलब्ध कराना, (ग) सुरक्षा लेन की संख्या बढ़ाने के लिए अतिरिक्त एक्स-रे मशीनों की स्थापना, (घ) सुरक्षा लेन की उपलब्धता के साथ पीक ऑवर फ्लाइट शेड्यूल को पुनर्संतुलित करना, (च) सभी प्रासंगिक सूचनाओं को यात्रियों तक पहुंचाना शामिल है।
प्रमुख हवाई अड्डों पर स्थिति की निरंतर निगरानी और क्षमता में वृद्धि के साथ, स्थिति में सुधार हुआ है तथा आने वाले दिनों में इसके और सहज होने की संभावना है।