इराक स्थित अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट और ड्रोन से हुए हमले, दो जवान घायल
इराक और सीरिया में अमेरिका और मिलिशिया लड़ाकों बीच एक दूसरे को निशाना बनाना जारी है। इसी बीच इराक और सीरिया में अमेरिकी राजनयिक और सेनाओं को निशाना बनाने के लिए पिछले 24 घंटों में तीन बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट और ड्रोन से हमला किया गया है। इराक के एयरबेस पर बुधवार को 14 रॉकेट दागे गए हैं। इस हमले में अमेरिकी सर्विस के दो सदस्य घायल हुए हैं। हालांकि अभी तक इस हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। दरअसल, पिछले महीने अमेरिका ने भी इराक-सीरिया की सीमा पर स्ट्राइक कर ईरान समर्थित मीलिशिया लड़ाकों को निशाना बनाया था इस हमले में मीलिशिया ग्रुप के तीन सदस्य मारे गए थे। अमेरिकी दूतावास पर दागे गए रॉकेट को इसी हमले का जवाब में माना जा रहा है।
अमेरिकी सेना के प्रवक्ता कर्नल वेन मरोटो ने बताया कि ‘इस रॉकेट हमले में दो जवान घायल हुए हैं,ये रॉकेट बेस के बीच में गिरे थे। दो अमेरिकी घायल हुए हैं वो अमेरिकी सर्विस के सदस्य हैं। हमलावर इराक के साथ सीरिया में स्थित अमेरिकी सेना को अपना निशाना बना रहे हैं।’
रिपोर्ट के अनुसार बगदाद के ग्रीन जोन इलाके में स्थित कई विदेशी दूतावास को भी निशाना बनाने के लिए दो रॉकेट दागे गए थे। हालांकि दूतावास के एंटी रॉकेट सिस्टम ने रॉकेट का रुख मोड़ दिया और वह ग्रीन जोन के पास गिरा।
अमेरिका का राष्ट्पति बनने के बाद जो बाइडेन के कार्यकाल में अमेरिकी सेना मिलिशिया को ज्यादा टार्गेट कर रही है। बाइडेन के अब तक के कार्यकाल में अमेरिकी सेना पांच बार मिलिशिया पर हमला कर चुकी है। ऐसे में अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से हमले को जवाबी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि मिलिशिया सीरिया में बड़ी संख्या में मौजूद हैं जिन्हें इजरायल के लिए खतरा माना जाता है। वहीं अमेरिका और ईऱान के बीच जारी खींचतान जग जाहिर है। उधर, जानकारों का कहना है कि इस तनाव के बढने का कारण फिलिस्तीन के खिलाफ इजरायली हमले का अमेरिका द्वारा समर्थन करना है।