उदयपुर और अमरावती कांड पर आरएसएस का मुस्लिमों को नसीहत, लोकतांत्रिक तरीके से प्रतिक्रिया देने को कहा
उदयपुर और अमरावती कांड पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बड़ा बयान दिया है। आरएसएस ने कन्हैया लाल की हत्या की निंदा की, साथ ही कहा कि देश के मुस्लिम समुदाय को इस तरह के कृत्यों से बचना चाहिए और इसका कड़ा विरोध करना चाहिए। राजस्थान के झुंझुनूं में आरएसएस का तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रान्त प्रचारक का बैठक का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत, प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर सहित कई पदाधिकारी शामिल हुए।
मीडिया से बात करते हुए सुनील आंबेकर ने कहा कि “अगर किसी को कोई बात पसंद नहीं है, तो उन्हें उस पर लोकतांत्रिक तरीके से प्रतिक्रिया देनी चाहिए,” आरएसएस ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ-साथ सार्वजनिक भावना को भी ध्यान में रखना चाहिए। आरएसएस के एक नेता ने कहा, “हिंदू समुदाय लोकतांत्रिक तरीके से प्रतिक्रिया दे रहा है। मुस्लिम समुदाय से हिंसात्मक कार्रवाइयों से दूर रहने की उम्मीद की जाती है।”
सुनील आंबेडकर ने कहा, “एक सभ्य समाज हमेशा ऐसी घटनाओं की निंदा करता है। हिंदू समुदाय लोकतांत्रिक तरीके से प्रतिक्रिया कर रहा है। मुस्लिम समुदाय से भी इस तरह के कार्यों से दूर रहने की अपेक्षा की जाती है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को भी इसके खिलाफ बोलने के लिए आगे आना चाहिए। ये घटनाएं देश या हमारे समाज के हित में नहीं हैं। हर किसी को इसकी निंदा करनी चाहिए।
बता दें, कुछ दिनों पूर्व उदयपुर में कन्हैयालाल की निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्यारों का संबंध पाकिस्तान के आतंकी संगठन से होने की बात सामने आई है। एनआईए का द्वारा इस मामले में जांच की जा रही है। इसके विरोध में हिंदू धर्म के द्वारा दिल्ली में एक विशाल रैली का भी आयोजन किया था। इस रैली में विश्व हिंदू परिषद और भाजपा के कार्यकर्ता बड़े संख्या में शामिल हुए थे।