दो साल से स्कूल बंद, कैसे जाएंगे अब बच्चें वापस स्कूल

कोरोना ने पहली और दूसरी लहर से देश के कई बड़े शहरों दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, बिहार, पुणे सहित कई शहरों में भयानक तबाही मचाई है। हालांकि अब स्थिति काबू में है लेकिन कोरोना की इन दो लहरों ने आम जनता की जिंदगी की गाड़ी पटरियों से ही उतार दी। राजधानी में ज्यादातर शहरों में लॉकडॉउन लगाया गया था। अब सरकार धीरे धीरे लॉकडाउन हटा रही है और शहरों को अनलॉक कर रहीं है।

यदि बात बच्चों की की जाएं तो बच्चों के स्कूल दो साल से बंद पड़े है। बिना पढ़ाई और एग्जाम्स के बच्चों को प्रमोट कर दिया गया है। वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि कोविड महामारी के मद्देनजर छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फिलहाल उन्हें स्कूल नहीं बुलाया जा सकता है और जब तक कोरोना से स्थिति ठीक नहीं हो जाती है तक तक खोलें भी नहीं जाएंगे।
 
खैर सोचने वाली बात ये है कि जो बच्चे दो साल से ऑनलाइन क्लास ले रहे है और कुछ बच्चे ऐसे भी है जिन्होंने दो साल से पढ़ाई ही नहीं की
है क्योंकि उनके पास ना हीं मोबाइल है और न हीं लैपटॉप, जिससे वो ऑनलाइन क्लास ले सके। ज्यादातर बच्चें अपने स्कूल को ही भूल गए है। वो बच्चें अब स्कूल जाने के लिए कैसे राजी होंगे। शायद ही बच्चे अब स्कूल वापस जाने के लिए अपना मन बना पाएंगे।

हालांकि अभी कोरोना की तीसरी लहर के आने की पूरी आशंका है। सरकार उससे लड़ने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहीं है कि बच्चों को कोरोना की तीसरी से कैसे बचाया जाएं।