NewsExpress

News Express - Crisp Short Quick News
केरल में Rahul Gandhi के दफ्तर पर SFI का हमला, स्टाफ को पीटा

केरल के वायनाड़ जिले से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के दफ्तर पर माक्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) (CPIM) की छात्र इकाई एसएफआई (SFI) कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। इस हमले में एसएफआई (SFI) कार्यकर्ताओं ने दफ्तर में मौजूद स्टाफ के साथ मारपीट और तोडफोड़ की।

पुलिस के मुताबिक स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के करीब 100 कार्यकर्ता विरोध मार्च में शामिल थे और वे लोग कार्यालय में घुस गए। पुलिस ने कहा, “करीब 80-100 कार्यकर्ता थे। उनमें से आठ लोगों को अब तक हिरासत में लिया गया है”। इस हमले पर छात्र संगठन ने कहा कि “राहुल गांधी ने केरल के पहाड़ी इलाकों में जंगलों के आसपास ‘बफर जोन’ बनाए जाने के मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं करने को लेकर यह हमला किया गया है”।

राहुल के दफ्तर के बाहर कई पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं, विपक्ष के नेता वी. डी. सतीसन ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह हमला अराजकता और गुंडागर्दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, “वायनाड में राहुल गांधी के सांसद कार्यालय पर एसएफआई के गुंडों का भयावह हमला। यह अराजकता और गुंडागर्दी है। माकपा संगठित माफिया में बदल गई है। हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं”।

केरल कांग्रेस के नेता और विधायक टी सिद्दीकी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के दफ्तर पर किया गया हमला पूर्व नियोजित था। उन्होंने भी राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री पी विजयन पर सवाल खड़े किए।

आपको बता दें कि 2019 में राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट के साथ में केरल की वायनाड सीट से भी लोकसभा का चुनाव लड़ा था। वे यूपी में अमेठी सीट पर भाजपा कैंडिडेट स्मृति ईरानी से हार गए थे, जबकि वायनाड पर उनकी सीट दर्ज हुई थी।

दफ्तर में हमले का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसे टीवी चैनलों पर प्रसारित किया गया है। इसमे दिखाई दे रहा है कि कैसे कुछ लोग राहुल गांधी के दफ्तर की खिड़कियों पर चढ़ गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। इन लोगों ने हाथों में SFI के झंडे हिए हैं। कार्यलय में इन लोगों ने नारेबाजी की और सामान भी तोड़ दिया।

केरल के CM ने की कड़ी कार्यवाही की बात


राहुल गांधी के कार्यलय पर हुए हमले पर केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन का भी बयान सामने आया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि “हमारे देश में हर किसी को अपनी राय जाहिर करने का हक है, लेकिन इसकी हद नहीं तोड़ी जानी चाहिए। उन्होंने हिंसा को पूरी तरह गलत बताया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने बात भी कही है”।