तो इसलिए बंगाल में कांग्रेस का नही खुला खाता? खुले दिमाग़ से बोली सोनिया
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनावा में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन पर चिंता प्रकट करते हुए सोमवार को कहा कि यह परिणाम स्पष्ट करते हैं कि कांग्रेस में चीजों को दुरुस्त करना होगा। उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की डिजिटल बैठक में यह भी कहा कि वह इस चुनावी हार के कारणों पर विचार करने के लिए एक छोटे समूह का गठन करना चाहती हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी को विधानसभा चुनावों में अपनी गंभीर असफलताओं पर ध्यान देना है और सही सबक निकालने के लिए वास्तविकता का सामना करना होगा।
सोनिया गांधी ने बैठक में कहा कि पिछले चार हफ्तों में कोरोना वायरस की स्थिति काफी भयावह हुई है। वहीं शासन की विफलताएं और भी कठिन हो गई हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि वैज्ञानिकों की सलाह को पूरी तरह नकारा गया और यह देश मोदी सरकार की गलती की भारी कीमत चुका रहा है।
सोनिया गांधी ने बैठक में आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमारी सहायता के लिए आगे आए। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि कांग्रेस की ओर से मैं सभी देशों और संस्थानों को धन्यवाद देना चाहती हूं। इसके अलावा सोनिया गांधी ने कहा कि जब हम सब कोविड-19 से व्यस्त हैं तो ऐसे में यह बैठक चुनाव नतीजों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है।
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि हमें स्पष्ट तौर पर यह समझने की जरूरत है कि केरल और असम में हम क्यों हारे और पश्चिम बंगाल में एक भी सीट अपने नाम नहीं कर पाए। सोनिया गांधी ने कहा कि अगर हम वास्तविकता नहीं देखेंगे तो आगे के लिए सबक कैसे लेंगे। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि जब हम 22 जनवरी को मिले, तब हमने फैसला किया था कि जून के अंत तक कांग्रेस के अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।