वैक्सीनेशन को लेकर सोनिया गांधी का केंद्र सरकार पर तीखा हमला, कहा जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही सरकार
कोरोना के कहर के बीच भारत सरकार ने वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में तेजी लाने की मुहिम छेड़ी है। लेकिन वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सवाल उठाए हैं।
सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने केंद्र के नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि “पिछले साल हमारे देश के नागरिकों द्वारा कठिन पीड़ा से गुजरने और उससे कठोर लेशन सीखने के बावजूद केंद्र सरकार भेदभावपूर्ण पॉलिसी अपना रही है।”
Congress chief writes to PM over new #COVID19 vaccination policy for inoculation of people b/w 18-45 yrs of age
Letter reads "Policy implies GoI has abdicated responsibility to provide free vaccination for these citizens…Urge you to intervene & reverse ill-considered decision" pic.twitter.com/5jMypGgTmh
— ANI (@ANI) April 22, 2021
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आगे कहा कि “केंद्र सरकार 18 से 45 साल की उम्र के लोगों को वैक्सीन लेने की इजाजत दे दी है, लेकिन मुफ्त टीका उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी से पीछे हट गई है। वहीं सीरम इंस्टीट्यूट ने अस्पतालों और राज्यों के लिए वैक्सीन के दाम अलग-अलग तय किए हैं, जिस पर सोनिया ने पूछा कि एक ही वैक्सीन की कीमत दो जगहों के लिए अलग-अलग कैसे हो सकती है। इस संकट की घड़ी में सरकार कैसे मुनाफाखोरी की इजाजत देगी।”
सोनिया गांधी यहीं नहीं रुकी। उन्होंने वैक्सीन के दाम संबंधित नीति पर सरकार फिर से विचार करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति एक समान कीमत से सहमत होगा। इसके अलावा 18 साल से ऊपर के हर शख्स को वैक्सीन लगे, चाहे उसकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो। इस लक्ष्य के साथ केंद्र सरकार को आगे बढ़ना चाहिए।”