सोनोवाल ने कश्मीर में ‘आयुष उत्सव’ का उद्घाटन किया

केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कश्मीर के गांदरबल में सरकारी यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीयूएमसी) में आयुष उत्सव का उद्घाटन किया।

आधुनिक रोगी देखभाल के पूरक के तौर पर पारंपरिक औषधीय प्रथाओं को सक्षम करने के लिए सरकार की ओर से जोर देते हुए, केंद्रीय आयुष मंत्री द्वारा आयुष उत्सव के शुभारंभ के साथ-साथ ‘स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को दूर करना: आयुष, एक आशाजनक सहारा’ नामक एक संगोष्ठी का उद्घाटन किया गया।

चर्चा में औषधीय जड़ी बूटियों का प्रदर्शन, छात्रों द्वारा पोस्टर और साथ ही परिसर में आयुष निदेशालय द्वारा एक वीडियो वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी देखा गया। जम्मू-कश्मीर में आयुष चिकित्सा प्रणाली द्वारा हासिल की गई ताकत और प्रगति को प्रदर्शित करने के लिए एक वीडियो वृत्तचित्र भी दिखाया गया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में, सोनोवाल ने कहा, “मानव जीवन को लाभान्वित करने के साथ-साथ उनके संवर्धन के लिए हमारी समृद्ध पारंपरिक औषधीय परंपराओं के महत्व का बेहतर उपयोग किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में, आयुष औषधीय परंपराओं को बढ़ावा देने और लोगों की समग्र रोगमुक्ति और कल्याण के लिए आधुनिक औषधीय उपचारों के साथ इसे पूरक बनाने के लिए एक ठोस प्रयास किया गया है। मोदी जी के विजन को आगे बढ़ाते हुए यह बड़े गर्व की बात है कि गुजरात के जामनगर में ग्लोबल सेंटर ऑफ ट्रेडिशनल मेडिसिन की स्थापना हो रही है। भारत के साथ-साथ विश्व स्तर पर पारंपरिक औषधीय परंपराओं को और मजबूत करने के लिए यह एक शानदार समाचार है।”

आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को सक्षम करने के लिए, केंद्रीय मंत्री ने पहले क्षेत्र के व्यस्त पर्यटन स्थल पर जरूरतमंदों के लाभ के लिए पर्यटन स्थल को ध्यान में रखते हुए सोनमर्ग में तीन-दिवसीय प्राथमिक चिकित्सा/बीएलएस प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ किया। गांदरबल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने केंद्रीय मंत्री को प्राथमिक उपचार/बीएलएस प्रशिक्षण के महत्व और व्यापक रूप से आम जनता के हित के लिए कश्मीर के स्वास्थ्य सेवा निदेशक की ओर से कौशल आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रमों को लेकर लोकसंपर्क अभियान पर अत्यधिक जोर दिए जाने के बारे में अवगत कराया।

बाद में, सोनोवाल को डीएचएसके के मास्टर ट्रेनर बीएलएस द्वारा बीएलएस मॉड्यूल के बारे में जानकारी दी गई, जिसको लेकर अनुकूलन आधारित कार्यप्रणाली पर हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है।

यह अपनी तरह का पहला प्रशिक्षण है और सोनमर्ग में पहली बार आयोजित किया जा रहा है, क्योंकि इसे सभी मौसम के अनुकूल पर्यटन स्थल के रूप में खोला गया है।

केंद्रीय मंत्री ने ट्राउट फिश फार्म-हैमर का भी दौरा किया और फार्म में उपलब्ध सुविधाओं जैसे रेस वे, सर्कुलर पोंड, स्टॉकिंग पोंड, ओवा हाउस, इंडोर रीयरिंग हैचरी, ट्राउट फीड मिल, मनोरंजक मछली तालाब आदि का निरीक्षण किया।

सोनोवाल ने प्रशिक्षण, अनुसंधान, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और सरकार से युवा उद्यमियों को मिलने वाली सहायता के उपाय सहित रेनबो ट्राउट मछली पकड़ने की गतिविधियों पर लोगों की बातों को ध्यान से सुना।

सर्बानंद सोनोवाल को बताया गया कि फार्म की पालन क्षमता 0.25 लाख और अंडे सेने की क्षमता 4 लाख है।

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर हाउसिंग बोर्ड द्वारा 32.50 करोड़ की लागत से जीयूएमसी, गांदरबल का निर्माण किया गया है।

प्रासंगिक रूप से, सरकारी यूनानी मेडिकल कॉलेज (जीयूएमसी) एवं अस्पताल गांदरबल कश्मीर को केंद्र सरकार द्वारा यूनानी चिकित्सा और सर्जरी (बीयूएमएस) पाठ्यक्रम में स्नातक का पहला बैच 2020-21 के शैक्षणिक सत्र से 60 सीटों की प्रवेश क्षमता के साथ शुरू करने की अनुमति दी गई थी।