टिकट न मिलने पर भाजपा छोड़ने वाले सुरेंद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ी, बलिया के विधायक सहित 1000 से अधिक पर केस
उत्तर प्रदेश के बीजेपी के बड़बोलेपन और विवादित बयानों के कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले विधायक सुरेंद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दरअसल, आदर्श आचार संहिता और कोरोना प्रोटोकॉल का कथित तौर से उल्लंघन करने और ट्रैफिक बाधित करने के आरोप में सुरेंद्र सिंह सहित एक हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बता दें कि पार्टी से टिकट कटने के बाद उन्होंने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद मंगलवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बैरिया में बैठक की। पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) अशोक मिश्रा ने कहा कि मंगलवार रात दर्ज प्राथमिकी में सिंह सहित छह लोगों के नाम हैं, जबकि बाकी अज्ञात हैं। अधिकारी ने कहा कि सिंह पर चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने, कोविड प्रोटोकॉल और निषेधात्मक आदेशों और यातायात को प्रतिबंधित करने का आरोप लगाया गया है। डीएसपी मिश्रा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
बता दें कि भाजपा ने बलिया नगर से विधायक और मंत्री रहे आनंद स्वरूप शुक्ल को सुरेंद्र सिंह की जगह बैरिया से उतारा है। बलिया नगर से स्वाति सिंह के पति को टिकट दिया गया है। सुरेंद्र सिंह को पिछले चुनाव में 64868 वोट मिले थे। उन्होंने 27974 वोटों से सपा के प्रत्याशी जयप्रकाश अंचल को हराया था। साढ़े तीन लाख से ज्यादा मतदाताओं वाली बैरिया विधानसभा सीट पर यादव और क्षत्रिय वोटरों का वर्चस्व है। यादव मतदाताओ की संख्या जहां लगभग 85 हजार हैं, वहीं क्षत्रिय मतदाता भी 80 हजार के करीब है। दलित वोटर की संख्या 60 हजार और ब्राह्मण वोटर तक़रीबन 40 हजार हैं। सात मार्च को बलिया जिले में अंतिम चरण में मतदान होगा।