स्वामी प्रसाद मौर्य ने कश्मीरी पंडितों, मुसलमानों के उत्पीड़न का उठाया मुद्दा, अटल बिहारी वाजपेयी पर लगाए गंभीर आरोप
इन दिनों ‘द कश्मीर फाइल्स’ कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर बनी इस फिल्म की चर्चा ज़ोरो पर है। इसको लेकर जारी विवाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस फिल्म पर राजनीति भी जमकर हो रही है। बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में आए स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी आज इस विवाद पर अपनी आवाज उठाई हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस फिल्म को लेकर दो ट्वीट किए हैं। इसमें उन्होंने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कश्मीरी मुसलमानों,पंडितों और सरदारों के उत्पीड़न का जिक्र किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब 1990 से हो रहा था, लेकिन तीन बार सरकार चलाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी भी इस पर चुप रहे। उन्होंने अपने ट्वीट के साथ बीबीसी का एक वीडियो भी अटैच किया है।
https://twitter.com/SwamiPMaurya/status/1504406153333440512?t=Q7oj4ng_X8wCiJepW6Wx8A&s=19
मौर्य ने लिखा है,”1990 से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानियों द्वारा लगातार कश्मीरी मुसलमानों, पंडितों एवं सरदारों को उजाड़ने व प्रताड़ित करने की घटना चली आ रही थीं,इसके लिए पूर्व की समस्त केंद्र सरकारें जिम्मेवार रही हैं। यहां तक कि तीन बार प्रधानमंत्री रहने वाले अटल बिहारी वाजपेयी जी भी।”
https://twitter.com/SwamiPMaurya/status/1504357478447812610?t=sb4ff__0Y1vGF44qgmRcLA&s=19
उन्होंने लिखा है,”फिल्म द कश्मीर फाइल्स में केवल कश्मीरी पंडितों का उत्पीड़न दिखाया गया है जबकि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कश्मीरी मुसलमानों,पण्डितों और सरदारों को बुरी तरह समान रूप से उजाड़ा व प्रताड़ित किया गया था। पूरा दृश्य दिखाएं। अधूरा फिल्म दिखाने से आपसी सौहार्द और भाईचारा खत्म होगा।”
वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने ट्वीट के साथ बीबीसी हिंदी का एक वीडियो अटैच किया है। इस वीडियो में जम्मू में रहने वाले कश्मीरी पंडितों से बातचीत है। इस वीडियो में दिख रहे लोगों का कहना है कि 1990 में जब कश्मीरी पंडितों का पलायन हुआ, उसमें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का हाथ था। उनका कहना है कि इस फिल्म में दोनों पक्षों की बात नहीं दिखाई गई है।