तालिबान का दावा- पंजशीर घाटी ‘पूरी तरह कब्जे में’, जंग में विद्रोही गुट के मुखिया अहमद मसूद के दो करीबियों की मौत
अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने के बाद पंजशीर घाटी पर कब्जा करने को लेकर तालिबान का अफगान नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट के साथ संघर्ष जारी है। इस बीच, तालिबान ने सोमवार को पंजशीर घाटी में “पूरी तरह कब्जा” करने का दावा किया है।
अफगान नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ने आज यानि सोमवार को एनडीटीवी को जानकारी दी कि उनके समूह के एक अन्य वरिष्ठ सदस्य जनरल अब्दुल वदूद उन दोनों के बीच बचाव करते हुए मारे गए हैं। हमले में अफगान रेजिस्टेंस फ्रंट के अधिकारी फहीम दश्ती की भी मौत हुई है। तालिबान के खिलाफ जंग का ऐलान करने वाले विद्रोही गुट के नेता अहमद मसूद के दो करीबियों की मौत से रेजिस्टेंस फ्रंट को बड़ा झटका लगा है।
समा न्यूज ने एनडीटीवी को बताया कि जनरल वदूद पंजशीर में तालिबान का मुकाबला कर रहे नेता अहमद मसूद का भतीजा था। अफगान रेजिस्टेंस फ्रंट के अधिकारी फहीम दस्ती की मौत की खबर के बाद ये जानकारी सामने आई हैं कि अमरुल्ला सालेह के घर पर हेलिकॉप्टर हमले के बाद वह किसी सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं।
समा न्यूज ने अफगान रेजिस्टेंस फ्रंट की तरफ से कहा, “दुखद, अफगानिस्तान के नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ने आज दमन और आक्रामकता के खिलाफ विद्रोह में अपने दो साथियों को खो दिया। एनआरएफ के प्रवक्ता फहीम दश्ती और जनरल अब्दुल वदूद जारा शहीद हो गए हैं.” दश्ती जमीयत-ए-इस्लामी पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य और फेडरेशन ऑफ अफगान जर्नलिस्ट्स के सदस्य भी थे।
बता दें कि एक दिन पहले, अफगानिस्तान के उत्तरपूर्वी प्रांत पंजशीर में प्रतिरोध बलों के नेता अहमद मसूद ने स्पुतनिक को सूचना देते हुए कहा कि तालिबान के पंजशीर छोड़ने पर रेजिस्टेंस फोर्स लड़ाई बंद करने और बातचीत शुरू करने के लिए तैयार हैं।