एक दफा फिर ट्विटर पर गहराया संकट का बादल, अब महिला आयोग ने लिया संज्ञान
राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए अश्लील सामग्री प्रदर्शित करने पर सोशल नेटवर्किंग माइक्रो वेबसाइट ट्विटर को नोटिस दिया है। इसके अलावा ट्विटर से 10 दिन के भीतर जवाब मांगा है। आयोग ने ट्विटर इंडिया के प्रबंध निदेशक से एक सप्ताह के भीतर सभी अश्लील सामग्री को उसके मंच से हटाने के लिए कहा है। वहीं दिल्ली पुलिस ने भी माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर को नोटिस जारी कर उसके प्लेटफॉर्म पर बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री प्रसारित किए जाने के खिलाफ उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी मांगी।
महिला आयोग की आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि हमने पोर्नोग्राफी पर बोला है। चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर हमने नहीं बोला है। ट्विटर पर अभी भी बहुत से कंटेंट हैं। आप सिर्फ पोर्नोग्राफी ट्वीट करें और इतने कंटेंट हैं जो इंटरनेट पर नहीं देखने को मिलता होगा।
महिला आयोग के अध्यक्ष ने सख्त लहजे में कहा कि हम पहले भी स्वत: संज्ञान ले चुके हैं जिसमें हमने ऐसे कंटेंट और इस तरह की प्रोफाइल ट्विटर पर बंद करने को कहा लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई। इसीलिए हमने दुबारा पत्र लिखा है। हमने उनको कहा है कि 7 दिनों के अंदर उसे हटाया जाए नहीं तो हम लीगल एक्शन लेंगे और FIR कराएंगे।
उधर दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की शिकायत पर एक प्राथमिकी दर्ज की थी जिसमें उसपर आरोप है कि उसने अपने मंच पर बाल पोर्नोग्राफी तक पहुंच की अनुमति दी है।
National Commission for Women (NCW) takes suo moto cognizance of pornographic content on Twitter, seeks action within a week. pic.twitter.com/2JFg48GWRF
— ANI (@ANI) June 30, 2021
उधर, ट्विटर प्रवक्ता ने कहा कि बाल यौन शोषण (CSE) के लिए ट्विटर की जीरो टॉलरेंस नीति है। हम ट्विटर के नियमों का उल्लंघन करने वाली सामग्री का सक्रिय रूप से पता लगाने और हटाने का प्रयास जारी रखेंगे और इस मुद्दे से निपटने के लिए भारत में कानून प्रवर्तन और एनजीओ भागीदारों के साथ काम करेंगे।