जी20 के सांस्कृतिक कार्य समूह (सीडब्ल्यूजी) ने आज वैश्विक विषयगत वेबिनार सांस्कृतिक संपदा के संरक्षण और बहाली आयोजित किया
भारत की जी20 की अध्यक्षता में सांस्कृतिक कार्य समूह (सीडब्ल्यूजी) ने ज्ञान भागीदार के रूप में यूनेस्को के सहयोग से आज वैश्विक विषयगत वेबिनार “सांस्कृतिक संपदा का संरक्षण और बहाली” आयोजित किया।
संस्कृति मंत्रालय में सचिव और सीडब्ल्यूजी के अध्यक्ष गोविंद मोहन ने वैश्विक विषयगत वेबिनार के उद्घाटन में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में सुझाव दिया, “…अवैध तस्करी, जो आंशिक रूप से गरीबी और लालच से संचालित हो सकती है, मुख्य रूप से खराब शिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण बढ़ती है। कारण चाहे जो भी हो, अवैध तस्करी लोगों और समुदायों की सामूहिक स्मृति को कम करती है, उनकी पहचान की भावना को कमजोर करती है, और उनके सांस्कृतिक अधिकारों के प्रयोग को कमजोर करती है।”
वेबिनार में अवैध तस्करी और सांस्कृतिक संपत्ति की बहाली के लंबे समय से चले आ रहे मुद्दे पर उपयोगी चर्चाओं और सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा किया गया, जिसमें जी20 सदस्यों और अतिथि राष्ट्रों के साथ-साथ 12 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों सहित 28 देशों के 40 विशेषज्ञ शामिल हुए।
वेबिनार के दौरान, इस बात पर जोर दिया गया कि अवैध तस्करी को रोकने के लिए विस्तृत सूची तैयार करने, दस्तावेज़ीकरण, जोखिम प्रबंधन और आपातकालीन योजना प्रक्रियाओं में सुधार करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। इसके अलावा, इस बात पर प्रकाश डाला गया कि एक नैतिक कला बाजार को बढ़ावा देना, मूल शोध करना और पारदर्शिता सुनिश्चित करना, विशेष रूप से,सबसे बड़े कला बाजारों वाले जी20 सदस्यों मेंअत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग से उत्पन्न चुनौतियों पर भी चर्चा की गई और अवैध तस्करी को रोकने के लिए सांस्कृतिक संपत्ति के ऑनलाइन व्यापार के नियमों को मजबूत करने की तत्काल आवश्यकता का सुझाव दिया गया।
अनेक देशों ने सांस्कृतिक संपत्ति की बहाली की हालिया प्रक्रियाओं के उदाहरण साझा किए, जो नैतिक संग्रह प्रबंधन की दिशा में विशेष रूप से प्रगति को दर्शाते हैं, साथ ही आम जनता के बढ़ते ध्यान को भी उजागर करते हैं। कुछ वक्ताओं ने उस संबंध में विशिष्ट अच्छी कार्य प्रणालियों को साझा किया, जिसमें सांस्कृतिक संपत्तियों की वापसी और प्रत्यावर्तन के लिए एक समर्पित राष्ट्रीय समिति का निर्माण शामिल है।
सांस्कृतिक संपत्ति की वापसी और बहाली पर सहयोग के उदाहरणों को साझा करने के लिए स्रोत अनुसंधान के राष्ट्रीय संस्थानों के निर्माण या विनिमय प्लेटफार्मों के निर्माण सहित जी 20 सदस्यता के ध्यान में लाने के लिए अनेक सिफारिशें तैयार की गईं।
कर्नाटक के हम्पी में 15 जुलाई से 18 जुलाई 2023 तक होने वाली तीसरी सीडब्ल्यूजी बैठक में चार वैश्विक विषयगत वेबिनारों की एक समेकित रिपोर्ट तैयार की जाएगी और जी20 सदस्यों, अतिथि राष्ट्रों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ साझा की जाएगी। इस रिपोर्ट का उद्देश्य समय के साथ ज्ञान निर्माण सुनिश्चित करने की दृष्टि से संयुक्त कार्य, विचार-विमर्श और सीडब्ल्यूजी प्रक्रिया की चर्चा का परम्परा में प्राप्त होना है। प्राथमिकता दो, तीन और चार पर निम्नलिखित वैश्विक विषयगत वेबिनार क्रमशः 13, 19 और 20 अप्रैल के लिए निर्धारित हैं।
The 1st Global Thematic Webinar organized by India’s @g20org Culture Working Group, in association with @UNESCO, is live!
Watch the expert driven webinar on ‘Protection & Restitution of Cultural Heritage’ using this link https://t.co/yo8BKFgCCj #G20Culture #G20India
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— Ministry of Culture (@MinOfCultureGoI) March 28, 2023