सरकार ने किसान नेताओं की मांग को किया खारिज, राकेश टिकैत बोलें- जब तक न्याय नहीं तब तक संघर्ष रहेगा जारी
हरियाणा के करनाल में लघु सचिवालय के बाहर किसानों का धरना जारी है। किसान नेताओं और पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के बीच करीब तीन घंटे चली बातचीत विफल हो गई। करनाल के किसानों ने करनाल के तत्कालीन एसडीएम आयुष सिन्हा पर कार्रवाई करने की मांग की थी। लेकिन सरकार ने किसान नेताओं की मांग को खारिज कर दिया है।
किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि हमारी आज प्रशासन के साथ 3 घंटे मीटिंग हुई। सरकार SDM पर कोई भी कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है।
राकेश टिकैत ने कहा कि हमने तय किया है कि हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। हमारा धरना स्थल यही रहेगा हम चाहते हैं कि अधिकारी के ख़िलाफ़ कार्रवाई हो।
हमारी आज प्रशासन के साथ 3 घंटे मीटिंग हुई। सरकार SDM(आयुष सिन्हा) पर कोई भी कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है। हमने तय किया है कि हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। हमारा धरना स्थल यही रहेगा हम चाहते हैं कि अधिकारी के ख़िलाफ़ कार्रवाई हो: किसान नेता राकेश टिकैत, करनाल, हरियाणा pic.twitter.com/av1LXl0vvI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 8, 2021
प्रेस कांफ्रेंस के बाद राकेश टिकैत ने ट्वीट कर भी साफ़ कहा कि जब तक अधिकारी के ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं होती तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। करनाल मिनी सचिवालय पर ही धरना जारी रहेगा। टिकैत ने कहा कि धरना स्थल मिनी सचिवालय ही रहेगा, जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक किसान का संघर्ष जारी रहेगा।
करनाल मिनी सचिवालय पर हमारा धरना जारी रहेगा। धरना स्थल मिनी सचिवालय ही रहेगा, जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक किसान का संघर्ष जारी रहेगा । #करनाल #FarmersProtest
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) September 8, 2021
बता दें कि 28 अगस्त को भाजपा की एक बैठक में जा रहे नेताओं का विरोध करते हुए एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर कथित तौर पर यातायात बाधित करने वाले किसानों के एक समूह पर हरियाणा पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। जिसमें 10 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने आईएएस अधिकारी आयुष सिन्हा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। आयुष सिन्हा कथित तौर पर एक टैप में पुलिस कर्मियों को प्रदर्शन कर रहे किसानों को सिर तोड़ने की बात कह रहे थे।