फिर मिल रहा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश का मौका; जानें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड से जुड़ी खास बातें…
भारत सरकार की दिनांक अक्टूबर 21 की अधिसूचना संख्या 4(5)-बी(डब्ल्यू एंड एम)/2021 के अनुसार, निपटान तिथि 02 नवंबर, 2021 के साथ सॉवरेन गोल्ड बांड 2021-22 (श्रृंखला VII) अक्टूबर 25-29 की अवधि के दौरान अभिदान के लिए खोले जाएंगे। अभिदान अवधि के दौरान बॉन्ड का निर्गम मूल्य रु. 4,765 (चार हजार सात सौ पैंसठ रुपये मात्र) – प्रति ग्राम होगा, जैसा कि आरबीआई द्वारा भी 22 अक्टूबर, 2021 को अपनी प्रेस विज्ञप्ति में प्रकाशित किया गया।
भारत सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से उन निवेशकों को निर्गम मूल्य से रु. 50 (पचास रुपये मात्र) प्रति ग्राम की छूट देने का निर्णय लिया है जो ऑनलाइन आवेदन करते हैं और भुगतान डिजिटल मोड के माध्यम से करते हैं। ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का निर्गम मूल्य रु. 4,715 (रुपये चार हजार सात सौ पंद्रह मात्र) प्रति ग्राम सोना होगा।
इश्यू प्राइस पर मिलता है 2.50% ब्याज
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में इश्यू प्राइस पर हर साल 2.50% का निश्चित ब्याज मिलता है। यह पैसा हर 6 महीने में आपके खाते में पहुंच जाता है। यानी 47,770 रुपए के निवेश पर हर साल 1192.50 रुपए और 8 साल में कुल मिलाकर 9,540 रुपए ब्याज के तौर पर मिल जाएंगे। हालांकि इस पर स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा।
कितना सोना खरीद सकते हैं?
कोई शख्स एक वित्त वर्ष में कम से कम 1 ग्राम और अधिकतम 4 किलोग्राम तक वैल्यू का बॉन्ड खरीद सकता है। जिसकी कीमत 1.91 करोड़ रुपए होगी। हालांकि किसी ट्रस्ट के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किग्रा है।
8 साल रहता है इसका मैच्योरिटी पीरियड
बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल का है, लेकिन निवेशकों को 5 साल के बाद बाहर निकलने का मौका मिलता है। यानी अगर आप पैसा निकालना चाहते हैं तो 5 साल के बाद निकाल सकते हैं। एनएसई के मुताबिक लोन लेने के दौरान कॉलेटरल के रूप में भी इन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा ये बॉन्ड NSE पर ट्रेड भी करते हैं।