कोरोना से बच्चों को बचाने के लिए इस देश ने शुरू किया सबसे पहले टीकाकरण

कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बीते 24 घण्टों में केवल भारत में ही रिकॉर्ड 4200 लोगों की मौत हुई है। अब स्वास्थ विभाग के जानकारों के मुताबिक कोरोना के तीसरे वेव की शुरुआत होने वाली है, बताया जा रहा है कि कोरोना का तीसरा वेव बच्चों के लिए अधिक घातक होगा, इसी को देखते हुए भारत समेत कई देशों ने बच्चों के लिए इसका ट्रायल शुरू कर दिया है।

कनाडा ने इस जानलेवा महामारी से 12 से 15 वर्ष की आयु के बच्‍चों के जीवन को सुरक्षित करने के लिए वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम शुरू किया है। इस तरह से बच्‍चों का वैक्‍सीनेशन शुरू करने वाला कनाडा विश्‍व का पहला देश बन गया है। इनको फाइजर कंपनी की वैक्‍सीन लगाई जाएगी। आने वाले कुछ समय में जर्मनी की कंपनी बायोएनटेक भी यूरोप में 12 से 15 वर्ष के बच्‍चों के लिए वैक्‍सीन लॉन्‍च करने वाली है। आपको बता दें कि अमेरिका ने भी बच्‍चों के लिए वैक्‍सीनेशन की इजाजत दे दी है।

भारत की ही बात करें तो भारत बायोटेक 2-18 साल के बच्चों पर अपनी कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन का जल्द ही दूसरे और तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने वाली है। कोविड महामारी की रोकथाम को लेकर गठित विशेषज्ञों की समिति ने इसके ट्रायल की संस्तुति दे दी। गौरतलब है कि भारत में फिलहाल 18 वर्ष से 45 वर्ष की आयु वर्ग के लिए वैक्‍सीनेशन शुरू किया गया है।

भारत में चरणबद्व तरीके से टीकाकरण हुई है। सबसे पहले 60 से अधिक उम्र के लोगों को टीका दिया गया, उसके बाद उम्र सीमा को घटाकर 45 कर दिया गया, अब हाल में ही 18 से 45 वर्ष के लोगों के लिए टीकाकरण की व्यवस्था की गई है।

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