जम्मू कश्मीर में रोहिंग्या की मदद करने वालों की अब खैर नहीं
जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्या घुसपैठियों को आधार और राशन कार्ड बनाने में मदद करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके तहत साजिश में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। वहीं साजिश में शामिल सरकारी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई पर भी विचार किया जा रहा है। कार्रवाई के तहत रोहिंग्या घुसपैठियों को जारी सभी आधार कार्ड और राशन कार्ड को निरस्त करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
बड़ी संख्या में आधार कार्ड बरामद
सुरक्षा एजेंसी से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार जम्मू में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं के खिलाफ कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में आधार कार्ड और राशन कार्ड बरामद किए गए हैं। राशन कार्ड राज्य प्रशासन की ओर जारी किया गया है, वहीं आधार कार्ड केंद्र सरकार की ओर से यूनिक आइडेंटीफिकेशन अथारिटी ऑफ इंडिया (यूएडीएआइ) की ओर जारी किए गए हैं। किसी व्यक्ति को राशन कार्ड जारी करने के पहले उसकी पृष्ठभूमि की जांच जरूरी होती है।
साजिश के तहत उपलब्ध कराए गए राशन कार्ड
आधार कार्ड जारी करते समय पहचान सत्यापित करने के लिए कुछ दस्तावेज दिखाने पड़ते हैं। आशंका है कि स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों और कुछ अन्य लोगों ने एक साजिश के तहत इन रोहिंग्या घुसपैठियों को आधार कार्ड और राशन कार्ड जारी करने में मदद की, ताकि उन्हें धीरे-धीरे जम्मू-कश्मीर के स्थानीय नागरिक के रूप में दिखाया जा सके।