टीएमसी ने सीबीआई से पूछे सवाल, कहा- मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी पर कार्रवाई क्यों नहीं
पश्चिम बंगाल में सोमवार को सीबीआई ने नारदा घोटाले में शामिल होने के आरोप में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक मंत्री और तीन विधायकों को गिरफ्तार किया है। जिसके बाद से बंगाल की सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। सीबीआई के तरफ से गिरफ्तार किए गए में शामिल मंत्री फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और शोभन चटर्जी शामिल हैं।
सोमवार को सुबह सीबीआई ने पहले इनके घरों पर छापेमारी की और इसके बाद उन्हें अपने साथ दफ्तर ले गई। अब इस कार्रवाई के बाद टीएमसी बौखला गई है। ऐसे में सीबीआई पर पक्षपात करने का आरोप लगाया हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने पूछा है कि नारदा स्टिंग मामले में केवल उसके नेताओं पर ही कार्रवाई क्यों हो रही है? टीएमसी से बीजेपी में गए मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।
टीएमसी के इन चारों नेताओं को सोमवार सुबह कोलकाता के निजाम पैलेस में सीबीआई दफ्तर ले जाया गया। इन नेताओं की गिरफ्तारी की खबरें आने के फौरन बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने नेताओं के साथ सीबीआई कार्यालय पहुंच गई।
हकीम, मुखर्जी, मित्रा और चटर्जी के विरुद्ध मुकदमा चलाने की मंजूरी लेने के लिए सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का रुख किया था। गौरतलब है कि 2014 में कथित अपराध के समय ये सभी मंत्री थे। धनखड़ ने चारों नेताओं के विरुद्ध मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी थी जिसके बाद सीबीआई अपना आरोपपत्र तैयार कर रही है और उन सबको गिरफ्तार किया गया। कलकत्ता हाईकोर्ट ने स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में मार्च 2017 में सीबीआई जांच का आदेश दिया था।