व्यापार उपचार महानिदेशालय ने अपना छठा स्थापना दिवस मनाया
व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने आज एमएसएमई के लिए “व्यापार उपचारों” पर आउटरीच कार्यक्रम के आयोजन द्वारा अपना छठा स्थापना दिवस मनाया। एमएसएमई सचिव बी बी स्वैन ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
स्वैन ने डीजीटीआर के एमएसएमई के लिए विभाग को अधिक सुलभ बनाने की दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना की। डीजीटीआर के डीजी अनंत स्वरूप ने डीजीटीआर के बारे में संक्षित जानकारियां प्रदान कीं और साथ ही, एमएसएमई के लिए आवेदन प्रारूपों तथा प्रक्रियाओं को सरल बनाकर व्यापार उपचार जांच को और अधिक सुलभ बनाने के लिए हाल में उठाए गए कदमों के बारे में बताया। व्यापार और निवेश कानून केंद्र के प्रमुख प्रो. जेम्स नेदुमपारा ने हाल में स्थापित व्यापार उपचार परामर्श प्रकोष्ठ का परिचय दिया, जिसका उद्देश्य डीजीटीआर में आवेदन जमा करने में एमएसएमई को नि:शुल्क परामर्श और मार्गदर्शन उपलब्ध कराना है।
इस आयोजन में एमएसएमई, विभिन्न संगठनों और व्यापार उपचारों से जुड़े विशेषज्ञों सहित 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया और निर्यातक देशों द्वारा लागू अनुचित व्यापार प्रक्रियाओं के कारण उनके सामने आने वाली समस्याओं के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की।
उद्योगों ने इस संबंध में अपने अनुभव साझा किए कि कैसे डीजीटीआर ने उनके विकास में योगदान दिया है और अनुचित व्यापार प्रक्रियाओं के खिलाफ एक समान अवसर प्रदान किया है। कुछ उद्योगों ने उनके सामने आने वाले कुछ मुद्दों पर भी प्रकाश डाला, जिनके समाधान करने की आवश्यकता है और साथ ही, आगे के लिए सुझाव भी दिए।
भारतीय उद्योग को सुरक्षा देने में डीजीटीआर के प्रयास खासे अहम रहे हैं, जिसका विनिर्माण क्षेत्र में निवेश के प्रवाह और रोजगार सृजन के माध्यम से हुए योगदान भारतीय अर्थव्यवस्था पर सीधा प्रभाव पड़ा है।
डीजीटीआर की स्थापना वर्ष 2018 में हुई थी। डीजीटीआर से पहले, डंपिंग रोधी और संबद्ध शुल्क महानिदेशालय (डीजीएडी) तथा डीजी सेफगार्ड्स अनुचित व्यापार प्रक्रियाओं जैसे डंपिंग रोधी और प्रतिकारी शुल्कों के खिलाफ व्यापार उपचारात्मक जांच शुरू करने के साथ-साथ सुरक्षा उपाय किए जाने के लिए जिम्मेदार थे। 1995 से, भारत ने 1100 से अधिक व्यापार उपचार जांच शुरू की हैं। डीजीटीआर भारतीय निर्यातकों को भारत के खिलाफ डब्ल्यूटीओ के अन्य सदस्यों द्वारा किए गए व्यापार उपचार जांच में उचित परिणाम प्राप्त करने में सहायता करता है।