भारतीय राजस्व सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने राष्ट्रपति से भेंट की
भारतीय राजस्व सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों (77वें बैच) ने आज 8 मार्च, 2024 को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।
राष्ट्रपति ने इन अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्व सेवा उन्हें सरकार के लिए संसाधन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर देगी। उनसे उम्मीद की जाती है कि वे प्रभावी कर प्रशासन और बेहतर स्वैच्छिक अनुपालन सुनिश्चित करके राष्ट्र-निर्माण की प्रक्रिया में भागीदार बनेंगे। राष्ट्रपति ने उनसे कहा कि करदाताओं द्वारा कर कानूनों का अनुपालन सुगम करने के लिए वे अपने कर्तव्यों पर अडिग रहें और कर चोरी रोकने में योगदान दें।
राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुई कि पिछले एक दशक में प्रत्यक्ष कर संग्रह तीन गुना से अधिक बढ़ गया है और आयकर रिटर्न दाखिल करने वाले लोगों की संख्या लगभग ढाई गुना हो गई है। उन्होंने कहा कि इन संग्रहों से प्राप्त राजस्व का उपयोग देश में विकास परियोजनाओं को वित्तपोषित करने और नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा। इस संदर्भ में देश के विकास में राजस्व अधिकारियों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है।
राष्ट्रपति ने कहा कि नागरिक-केंद्रित कर सेवाएं, कर प्रशासन में लोगों का विश्वास बढ़ाती हैं। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग कई पहलों के जरिए लोगों की सोच बदलने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने राजस्व अधिकारियों से आग्रह किया कि वे नागरिकों के बीच भरोसा बढ़ाने की दिशा में काम करना जारी रखें ताकि लोग अधिक कर अनुपालन करें। उन्होंने कहा कि कर संग्रहण के तरीके करदाताओं के अनुकूल होने बहुत ज़रूरी हैं। उन्होंने युवा अधिकारियों से आह्वान किया कि वे अपने कर्तव्यों का निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निर्वहन करें और अपने पूरे करियर के दौरान पूरी सत्यनिष्ठा बनाए रखें।