UDISE Report: देश में 50 हजार सरकारी स्कूलों पर लटका ताला, नंबर एक पर यूपी
देश में हर छोटे बड़े राजनीतिक मुद्दे की बात होती है, लेकिन इन्ही मुद्दों के बीच देश के एजुकेशन सिस्टम का मुद्दा कहीं गुम हो गया है। आज हमारे देश का एजुकेशन सिस्टम कितना नीचले स्तर पर पहुंच गया है इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि साल 2018-19 के बीच हमारे देश के सरकारी सकूलों की संख्या में कमी आई है।
यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन (UDISE Report 2018-19) प्लस डेटा के मुताबिक देश में सरकारी स्कूलों में ताला लग गया है। वहीं दूसरी तरफ प्राइवेट स्कूलों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है।
और चौकाने वाली बात तो ये है कि सरकारी स्कूलों की संख्या कम होने के बावजूद सरकारी स्कूलों में प्राइवेट के मुकाबले ज्यादा बच्चों का एडमिशन हुआ है। इसके पीछे की बड़ी वजह कोरोना महामारी भी हो सकती है। क्योंकि कोरोना के चलते ना जाने कितने लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा है।
शायद यही कारण है कि सरकारी स्कूलों में दाखिले प्राइवेट के मुकाबले बढ़ गए। तथ्य यह भी है कि कोरोना महामारी के दौरान सरकारी स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले अधिक एडमिशन हुआ है। और उन्होंने अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल से निकालकर सरकारी स्कूल में डाला।
वहीं आंकड़ो की बात करें तो यूडीआईएसई (UDISE) की साल 2018-19 की रिपोर्ट के मुताबिक देश में 50 हजार से अधिक सरकारी स्कूल बंद हो गए हैं। 2018-19 में सरकारी स्कूलों की संख्या 1,083,678 से गिरकर 2019-20 में 1,032,570 हो गई। यानी कि देशभर में 51,108 सरकारी स्कूल कम हुए हैं
वहीं सबसे ज्यादा सरकारी स्कूलों पर ताला उत्तरप्रदेश में लगा है। यहां पर साल 2018 में स्कूलों की संख्या 163,142 थी जो सितंबर 2020 में घटकर 137,068 हो गई। वहीं इसके बाद मध्यप्रदेश का नंबर आता है जहां 2018 में स्कूलों की संख्या 122,056 थी जो 2020 में घटकर 99,152 हो गई।