केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का सामना करते वक्त शहीद हुए बहादुर सुरक्षाकर्मियों को जगदलपुर में श्रद्धांजलि अर्पित की
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का सामना करते वक्त शहीद हुए बहादुर सुरक्षाकर्मियों को आज जगदलपुर में श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद सुरक्षाकर्मियों को नमन करते हुए अमित शाह ने कहा कि देश आपके शोर्य और बलिदान को कभी भुला नहीं पाएगा। पूरा देश शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ा है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने यह भी कहा कि अशांति के विरुद्ध इस लड़ाई को हम अंतिम रूप देने के लिए संकल्पित हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने 3 अप्रैल को सुरक्षाकर्मियों पर हुए नक्सली हमले के मद्देनजर लेफ्ट विंग एक्सट्रीमिसिम (LWE) की समीक्षा के लिए जगदलपुर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उचस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के जो जवान शहीद हुए हैं उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत सरकार और पूरे देश की ओर से श्रद्धांजलि देता हूं। शाह ने कहा कि बहादुर सुरक्षाकर्मियों का यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और इस लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर पहुंचाने के लिए उनका बलिदान देश हमेशा याद रखेगा।
अमित शाह ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ इस लड़ाई को अंजाम तक ले जाना मोदी सरकार की प्राथमिकता है। विगत कुछ वर्षों में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंची है और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने इसे और आगे बढ़ाने का काम किया है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सभी फोर्स के अफसरों के साथ रिव्यू मीटिंग में अफसरों की ओर से ही यह सुझाव आया है कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई की गति किसी तरह से कम न हो, जो यह बताता है कि हमारे जवानों का मोराल अभी भी इंटेक्ट है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वे देश को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि यह लड़ाई रुकेगी नहीं बल्कि और तीव्र गति के साथ आगे बढ़ेगी। हम इसे अंजाम तक ले जाएंगे और इस लड़ाई के अंत में नक्सलवादियों के खिलाफ हमारी विजय निश्चित है। अमित शाह ने यह भी कहा कि विगत 5-6 साल में छत्तीसगढ़ के नक्सल क्षेत्रों में जितने भी सुरक्षा कैंप अंदर तक ले जाने थे उसमें हमें काफी बड़ी मात्रा में सफलता मिली है। छत्तीसगढ़ शासन और भारत सरकार ने मिलकर अंदर जाने की गति को बढ़ाया है और इसी झुंझलाहट में इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं। शाह ने कहा कि विकास के मोर्चे पर भी ढेर सारे काम हुए हैं, हालांकि कोरोना के कारण विगत एक साल में गति थोड़ी मंद हुई लेकिन आदिवासी जनप्रतिनिधि, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और अन्य सांसदों की ओर से जितने भी सुझाव मिले उन सभी पर कार्रवाई चालू है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें मिलकर ट्राईबल एरिया के अंदर एक ओर विकास के कामों को तेज करने और दूसरी ओर हथियारबंद गुटों के खिलाफ लड़ाई को तीव्र गति के साथ आगे बढ़ाने तथा उसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए ढृढ़ता के साथ लड़ रही हैं।
अमित शाह ने शहीद जवानों के परिजनों से कहा कि आपके परिवार के सदस्य ने देश के लिए जो सर्वोच्च बलिदान दिया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। संकट की इस दुखद घड़ी में पूरा राष्ट्र आपके साथ खड़ा है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जिस उद्देश्य से आपके परिवार के सदस्य ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है उस उद्देश्य को हम अवश्य सिद्द करेंगे।