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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू और कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर जम्मू में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और प्रेसवार्ता को संबोधित किया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू और कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर जम्मू में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव, मुख्य सचिव, जम्मू-कश्मीर, वित्तीय आयुक्त (एसीएस) गृह, डीजीपी, जम्मू-कश्मीर, कमांडर, उत्तरी कमान, सेना और खुफिया विभाग, बीएसएफ और सीआरपीएफ के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक के बाद जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 1 और 2 जनवरी, 2023 को राजौरी के ऊपरी डांगरी गांव में हुए आतंकी हमलों में मारे गए लोगों के परिवारों के दुख में सहभागी बनने के उद्देश्य से वहां जाना था, लेकिन ख़राब मौसम के कारण ये संभव नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी परिवारों के साथ फोन पर बात की और उनके दुख में शामिल होने का प्रयास किया। शाह ने कहा कि उन सभी पीड़ित परिवारों का हौंसला पूरे देश के लिए एक उदाहरण है और इतने बड़े हादसे के बाद भी डटकर लड़ने का मनोबल बनाए रखना बहुत बड़ी बात है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए सभी सुरक्षा एजेंसियां आतंकवाद से निर्णायक लड़ाई लड़ रहीं हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है और उनकी मदद करने के लिए कटिबद्ध है। शाह ने कहा कि पूरी संवेदनशीलता के साथ पीड़ित परिवारों को सरकार की अनेक योजनाओं के माध्यम से लाभ दिया जायेगा साथ ही यहाँ के LG के पास जो अधिकार है उनसे भी उनकी मदद की जाएगी।

अमित शाह ने कहा कि जम्मू में सुरक्षा ऐजेंसियों के साथ सुरक्षा के सभी पहलुओं पर विस्तृत बैठक हुई, आने वाले दिनों में बहुत सुरक्षित ग्रिड बनाने पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि देश की सभी सुरक्षा ऐजेंसियां पूरी तरह मुस्तैद हैं और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए विश्वास के साथ इनका मनोबल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इन दो दिनों में हुई आतंकी घटनाओं की जांच एनआईए और जम्मू पुलिस मिलकर करेंगे और ये जांच विगत डेढ़ साल में हुईं सभी घटनाओं को एक साथ रखकर होगी।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवाद के सपोर्ट सिस्टम और उनके सूचना तंत्र को पूरी तरह खत्म करने के लिए 360 डिग्री सुरक्षा चक्र को और मजबूत किया जायेगा। शाह ने कहा कि इन आतंकी घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द कानून के दायरे में लाकर सख़्त सज़ा दिलाई जाएगी।

अमित शाह ने कहा कि जब से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद ने जन्म लिया है तब से तुलना करें तो अभी के समय में सबसे कम घटनाएं और सबसे कम मृत्यु हुई हैं। उन्होंने कहा कि तीन महीनों के भीतर जम्मू के हर क्षेत्र में सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत कर अभेद्य बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जम्मू के नागरिकों को भरोसा दिलाता हूं कि आतंकी संगठनों की मंशा जो भी हो, परन्तु हमारी सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद होकर जम्मू की सुरक्षा करेंगी।