केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने डिजिटल समाचार प्रकाशकों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की
केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर नेआज आईटी (मध्यवर्ती संस्थानों के लिए दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 की पृष्ठभूमि में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन (डीएनपीए) के साथ बातचीत की। इस अवसर पर इंडिया टुडे, दैनिक भास्कर, हिंदुस्तान टाइम्स, इंडियन एक्सप्रेस, टाइम्स ऑफ इंडिया, एबीपी, इनाडु, दैनिक जागरण, लोकमत आदि के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, जावडेकर ने बताया कि नए नियम डिजिटल समाचारों के प्रकाशकों पर कुछ दायित्व डालते हैं। इनमें भारतीय परिषद द्वारा निर्धारितपत्रकारिता के आचरण के नियम और केबल टेलीविजन नेटवर्क अधिनियम के तहत कार्यक्रम संहिता जैसी आचार संहिताओं का पालन करना शामिल है। इसके अलावा नागरिकों की शिकायतों के समाधान के लिए, नियमों में तीन स्तरीय शिकायत समाधान तंत्र उपलब्ध कराया गया है, जिसमें पहले और दूसरे स्तर पर डिजिटल समाचार प्रकाशक व उनके द्वारा गठित स्व नियामकीय संस्थाएं होंगी। डिजिटल समाचार प्रकाशकों को एक सरल प्रपत्र में मंत्रालय को कुछ मूलभूत जानकारियां भी देनी होंगी, जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है और समय-समय पर उन्हें अपने द्वारा कराए गए शिकायत समाधान को सार्वजनिक करने की जरूरत होगी।उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया और टीवी चैनलों के डिजिटल संस्करण हैं, जिनका कंटेंट काफी हद तक उनके पारम्परिक प्लेटफॉर्म जैसा ही होता है। हालांकि, ऐसा कंटेंट भी होता है जो विशेष रूप से डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए होता है। इसके अलावा ऐसी भी कई इकाइयां हैं, जो सिर्फ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हैं। इस क्रम में, नियम डिजिटल मीडिया पर प्रकाशित समाचारों पर लागू होने चाहिए, जिससे उन्हें पारम्परिक मीडिया के स्तर का बनाया जा सके।
नए नियमों का स्वागत करते हुए प्रतिभागियों ने कहा कि टीवी और समाचार प्रिंट मीडिया लंबे समय से केबल टीवी नेटवर्क अधिनियम और प्रेस परिषद अधिनियम के नियमों का पालन करते रहे हैं। इसके अलावा डिजिटल संस्करणों के प्रकाशन के लिए प्रकाशक पारम्परिक प्लेटफॉर्म्स के मौजूदा नियमों का पालन करते हैं। उन्हें लगता है कि उनके साथ उन समाचार प्रकाशकों से अलग व्यवहार करना चाहिए, जो सिर्फ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हैं।
जावडेकर ने अपने विचार रखने के लिए प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया और कहा कि सरकार इन पर विचार करेगी और मीडिया उद्योग के समग्र विकास के लिए इस परामर्श की प्रक्रिया को जारी रखेगी।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि”हुनर हाट” कारीगरों और शिल्पकारों के लिए “रोजगार और सशक्तिकरण का आदान-प्रदान” करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हुआ है
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज भोपाल में कहा कि 27वें “हुनर हाट” का आयोजन कल यानी12 मार्च से भोपाल,मध्य प्रदेश में “स्वदेशी और स्वावलंबन के प्रति प्रतिबद्धता” (आत्मनिर्भरता) और “आत्मनिर्भर भारत के लिए संकल्प”के साथ शुरू किया जा रहा है।
नकवी ने कहा कि 12 मार्च को दांडी मार्च की वर्षगांठ मनाई जाएगी और भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कल से 75 सप्ताह तक चलने वाले “अमृत महोत्सव” का भी शुभारंभ किया जाएगा, जो कि विभिन्न गौरवशाली और यादगार कार्यक्रमों का साक्ष्यबनेगा।
नकवी ने कहा कि देश भर के कारीगरों और शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों के लिए 27वें “हुनर हाट” का उद्घाटन 13 मार्च को भोपाल, मध्य प्रदेश के लाल परेड ग्राउंड में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया जाएगा।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद, विष्णु दत्त शर्मा; मध्य प्रदेश के गृह, जेल एवं संसदीय कार्य मंत्री, डॉ. नरोत्तम मिश्रा; शहरी विकास एवं आवास मंत्री, भूपेंद्र सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री, विश्वास सारंग सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा भोपाल के लाल परेड ग्राउंडमें 21 मार्च, 2021 तक “वोकल फॉर लोकल” विषय पर27वें “हुनर हाट” का आयोजन किया जा रहा है। भोपाल में होने वाले हुनर हाट में 31 से ज्यादा राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 600 से ज्यादा कारीगर औरशिल्पकार हिस्सा ले रहे हैं।
आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, पुदुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल आदि के कारीगर अपने दुर्लभ, सुरुचिपूर्ण और शानदार देशी हस्तनिर्मित उत्पादों का बिक्री और प्रदर्शन करने के लिए शामिल हो रहे हैं।
भोपाल के “हुनर हाट” में अजरख प्रिंट, एप्लीक वर्क, आर्ट मेटल वेयर, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, बाग प्रिंट, बंधेज, ब्लैक पॉटरी, ब्लॉक प्रिंट, जूट-बांस उत्पाद, पीतल के उत्पाद, चिकनकारी, खादी उत्पाद, चमड़े का उत्पाद, मिट्टी-लकड़ी-धातु के खिलौने, संगमरमर के उत्पाद, चंदन उत्पाद आदि उपलब्ध होंगें।आगंतुक लोग देश के प्रत्येक कोने के पारंपरिक खाद्य पदार्थों का आनंद ले सकेंगे। सुदेश भोंसले, नूरां बहनें, अल्ताफ राजा, शिवानी कश्यप, निजामी बंधु आदि प्रसिद्ध कलाकार अपनी ओर से विभिन्न संगीतमय कार्यक्रमों की प्रस्तुति करेंगे।
नकवी ने कहा कि यह “हुनर हाट” कारीगरों और शिल्पकारों के लिए”रोजगार और सशक्तिकरण आदान-प्रदान” करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हुआ है। अभी तक इस “हुनर हाट” में 5.5 लाखसे ज्यादा कारीगरों, शिल्पकारों और कलाकारों को रोजगार और रोजगार का अवसर प्रदान किया गया है।केंद्रीय कार्य मंत्रालय द्वारा देश की आजादी के 75 वर्ष पूरा होने तक आयोजित किए जाने वाले 75वें “हुनर हाट” के माध्यम से 7.5 लाख कारीगरों और शिल्पकारों को रोजगार और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जाएगा।
नकवी ने कहा कि “हुनर हाट” वर्चुअल और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के रूप मेंhttp://hunarhaat.orgपर औरजीईएम पोर्टल पर भी उपलब्ध हैं, जहां पर देश-विदेश के लोग स्वदेशी कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों को डिजिटल/ऑनलाइन रूप से खरीद सकते हैं।
अगले “हुनर हाट” का आयोजन गोवा में (25 मार्च से 04 अप्रैल) तक;देहरादून में (9 अप्रैल से 18 अप्रैल) तक;सूरत में (23 अप्रैल से 2 मई) तक किया जाएगा। इसके अलावाइस वर्ष “हुनर हाट” का आयोजनकोटा,हैदराबाद,मुंबई,जयपुर,पटना,प्रयागराज,रांची,गुवाहाटी,भुवनेश्वर जम्मू-कश्मीर आदि में भी किया जाएगा।