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केंद्रीय बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने एनटीपीसी के भारतीय पावर स्टेशन ओएंडएम सम्मेलन 2024 का शुभारंभ किया

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज 13 फरवरी, 2024 को एनटीपीसी लिमिटेड द्वारा भारतीय पावर स्टेशन ओएंडएम सम्मेलन 2024 का आयोजन किया गया। केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह ने वर्चुअली सम्मेलन का उद्घाटन किया। आईपीएस के 2024 संस्करण का विषय ‘सुरक्षित, विश्वसनीय और लागत प्रभावी बिजली उत्पादन के लिए संचालन और रखरखाव अभ्यास’ है।

कार्यक्रम 1982 में सिंगरौली में एनटीपीसी की पहली इकाई के ऐतिहासिक शुरुआत की याद दिलाता है, जो बिजली क्षेत्र में प्रगति में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित करता है, जिससे दशकों के नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा मिलता है।

आईपीएस 2024 बिजली उत्पादन में सुरक्षा, विश्वसनीयता और लागत-प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए नवीन रणनीतियों का पता लगाने को लेकर सहयोगात्मक चर्चाओं में शामिल होने के लिए उद्योग जगत के लीडर्स के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।

सम्मेलन के बारे में अधिक जानकारी यहां पाई जा सकती है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह ने कहा कि वह एनटीपीसी की अपनी बिजली उत्पादन क्षमता को मौजूदा 73+ गीगावॉट से दोगुना कर 150 गीगावॉट करने की आशा करते हैं। बिजली क्षेत्र में एनटीपीसी के योगदान की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा कि कार्यक्षमता और विश्वसनीयता से कंपनी की प्रतिष्ठा अच्छी तरह से स्थापित हुई है। एनटीपीसी भारत में सबसे अच्छे और सबसे बड़े सार्वजनिक उपक्रमों में से एक के रूप में उभरा है। मैं एनटीपीसी को एक वैश्विक बहुराष्ट्रीय इकाई बनाने की आशा करता हूं जो दुनिया भर में अपने बिजली संयंत्रों का संचालन करे।

मंत्री ने निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भारत की आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने में एनटीपीसी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए जबरन बिजली कटौती को कम करने की आवश्यकता की ओर इशारा किया।

ऊर्जा परिवर्तन का जिक्र करते हुए बिजली मंत्री ने कहा कि यह चिंता का कारण नहीं होना चाहिए, क्योंकि ऊर्जा के तापीय और नवीकरणीय दोनों रूप साथ-साथ मौजूद (सह-अस्तित्व में) रहेंगे। दुनिया कोयला आधारित बिजली के खिलाफ नहीं है। हालांकि हमारे वर्तमान और आगामी कोयला-आधारित संयंत्रों के लिए उत्सर्जन को कम करते हुए बढ़ती कुशलता सुनिश्चित करने को लेकर तंत्र विकसित करना समय की मांग है।

मंत्री ने कहा कि हमारे जैसे बड़े देश को वर्तमान क्षमता से अधिक परमाणु क्षमता की जरूरत है। एनटीपीसी और न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) के बीच संयुक्त उद्यम को जितनी जल्दी हो सके परमाणु क्षमता बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए, जो कोयला आधारित बिजली संयंत्रों के निर्बाध अनुकूलन का मार्ग प्रशस्त करेगा।

सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री ने आईपीएस 2024 ई-कम्पेंडियम, स्टीम टर्बाइन ई-लर्निंग मॉड्यूल और बॉयलरपीडिया जारी किया।

मंत्री ने विकल्प का भी उद्घाटन किया। (विकल्प : औद्योगिक बाय प्रोडक्ट से बनी एक अनोखी राख-ईंट है)

केंद्रीय ऊर्जा सचिव श्री पंकज अग्रवाल ने भी उद्घाटन सत्र को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने टिकाऊ ओएंडएम कार्यप्रणाली के महत्व पर जोर दिया।

केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री घनश्याम प्रसाद ने बिजली संयंत्रों में लागत प्रभावी समाधानों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित एप्लीकेशंस को अपनाने के साथ-साथ सुरक्षा प्रोटोकॉल के महत्व के बारे में बात की।

एनटीपीसी के सीएमडी श्री गुरदीप सिंह ने कहा कि सिंगरौली में कंपनी की पहली इकाई आज भी समकालिकता बनाए हुए है। यह 42 साल बाद भी लगभग 100% प्लांट लोडिंग फैक्टर पर काम कर रही है, जो ओएंडएम कार्यप्रणाली में एनटीपीसी की उत्कृष्टता का प्रमाण है।

इस अवसर पर एनटीपीसी पावर स्टेशनों के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देते हुए स्वर्ण शक्ति पुरस्कार (2022-2023) और बिजनेस उत्कृष्टता पुरस्कार (2023-2024) िदए गए। एनटीपीसी तालचेर कनिहा ने स्वर्ण शक्ति पुरस्कार के प्रतिष्ठित ओवरऑल चैंपियन (विजेता) का खिताब जीता जबकि एनटीपीसी विंध्याचल ने ओवरऑल चैंपियन (रनर-अप) का स्थान हासिल किया। इसके अतिरिक्त बिजनेस उत्कृष्टता पुरस्कार श्रेणी में एनटीपीसी विंध्याचल को चैंपियन और समग्र उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर निदेशक (मानव संसाधन), श्री डी.के. पटेल; निदेशक (वित्त), श्री जयकुमार श्रीनिवासन; निदेशक (ईंधन), श्री शिवम श्रीवास्तव; स्वतंत्र निदेशक श्री विद्याधर वैशम्पायन; स्वतंत्र निदेशक सुश्री संगीता वेरियर; आरईडी के पूर्व निदेशक, एनटीपीसी और राज्य विद्युत बोर्डों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। निदेशक (संचालन एवं परियोजना) श्री के.एस. सुंदरम ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

आईपीएस 2024 के लिए थीम : सुरक्षित, विश्वसनीय और लागत प्रभावी बिजली उत्पादन के लिए ओएंडएम कार्यप्रणाली

सुरक्षा नियमों के पालन और नवीनतम सुरक्षा मानकों के कार्यान्वयन को लेकर एक व्यापक दृष्टिकोण न केवल कार्यबल की भलाई सुनिश्चित करता है बल्कि बिजली उत्पादन की विश्वसनीयता को भी मजबूत करता है। सुरक्षित वातावरण निरंतर परिचालन उत्कृष्टता की नींव है।

बिजली उत्पादन में गुणवत्ता नियंत्रण और रखरखाव अभ्यास बिजली उत्पादन परिसंपत्तियों के बेहतर प्रदर्शन और परिचालन संपूर्णता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। परियोजना निर्माण, संचालन और बिजली स्टेशनों के रखरखाव के पूरे जीवन चक्र के दौरान मजबूत गुणवत्ता नियंत्रण उपाय आवश्यक हैं। ये उपाय विश्वसनीयता, परिचालन कुशलता और प्रभावी जोखिम कमी सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। स्थिति-आधारित रखरखाव, दूरस्थ निगरानी और भविष्यसूचक विश्लेषण जैसी आधुनिक तकनीकों का कार्यान्वयन ऑपरेटरों को रखरखाव अनुसूची को अनुकूलित करने, डाउनटाइम को कम करने और विश्वसनीयता में सुधार करने में सक्षम बनाता है।

टिकाऊ संचालन व कुशल संसाधन उपयोग के लिए लागत प्रभावी ओएंडएम कार्यप्रणाली को अपनाना अनिवार्य है।

ऊर्जा-कुशल प्रौद्योगिकियों से लेकर संचालन व रखरखाव कार्यप्रवाह को सुव्यवस्थित करने तक ओएंडएम सम्मेलन 2024 सुरक्षा, विश्वसनीयता और लागत प्रभावी बिजली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नवीन रणनीतियों को सामने लाएगा।