रामनवमी और हनुमान जयंती पर हुई घटनाओँ पर भड़के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, दी चेतावनी
हाल ही में रामनवमी और हनुमान जयंती पर हुई घटनाओँ पर देश में कई राज्यों में हुए जुलूसों पर पथराव को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी अपना बयान जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि ये हमले देश की ‘गंगा जमुनी तहजीब’ के दावों के विपरीत है, साथ ही सिंह ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अब सब्र टूट रहा है और अब धीरज खत्म हो रहा है।
उन्होने आगे कहा कि देश ने आजादी के बाद नई मस्जिदों के निर्माण और मुस्लिमों की आबादी में कई गुना बढ़ोतरी पर कभी आपत्ति नहीं जताई, जबकि पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर मंदिर तोड़े गए, जहां हिंदूओं कि संख्या लगभग खत्म हो रही है।
केंद्रीय मंत्री सिंह ने एआईएमआईएम चीफ ओवैसी के बयान का पलटवार करते हुए सोमवार रात उत्तरी बिहार के कटिहार जिले में पत्रकारों से चर्चा के दौरान ओवैसी और ‘जिन्ना के डीएनए वाले’ धर्मनिरपेक्ष राजनेताओं पर टिप्पणी कि और हिंदुओं को धार्मिक जुलूस निकालते समय सांप्रदायिकता भड़कने से बचने के लिए मुस्लिम बहुल इलाकों में न जाने को भी कहा।
इसके अलावा सिंह ने कहा कि देश का बंटवारा 1947 में हुआ था। हमें हिंदू-बहुल या मुस्लिम-बहुल इलाकों की बात करके दोबारा वही गलती नहीं करनी चाहिए। हिंदुओं को मुहर्रम के ताजिया जुलूसों में हिस्सा नहीं लेना चाहिए।
सिंह ने सवाल किया कि इस देश में नहीं तो रामनवमी के जुलूस कहां निकाले जाएंगे? पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में? अगर किसी अन्य धर्म के जुलूसों पर हमले होते तो राहुल गांधी और बीमार राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद अपने राजनीतिक पर्यटन के लिए सड़कों पर उतर जाते।