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केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने निर्यातकों से निर्यात बास्केट में विविधता लाने के उद्देश्य से हर जिले में छिपी संभावनाओं के दोहन पर जोर देने का अनुरोध किया, ‘वोकल फॉर लोकल और लोकल गोज ग्लोबल’ का नारा दोहराया

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पश्चिमी क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले निर्यातकों को प्रोत्साहित करने, प्रेरित करने और उन्हें सम्मानित करने के लिए आज यहां मुंबई में ‘निर्यात उत्कृष्टता पुरस्कार’ प्रदान किए। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (फियो) ने वित्त वर्ष 2018-19 और 2019-20 के दौरान क्रमशः वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सदस्यों के लिए छठे और सातवें निर्यात उत्कृष्टता पुरस्कारों का आयोजन किया।

इस अवसर पर, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा, “पश्चिमी क्षेत्र ने भारत के वाणिज्यिक निर्यात में लगभग 50 प्रतिशत योगदान दिया है। इस योगदान को देखते हुए हमारे पास इस उपलब्धि का जश्न मनाने का हर कारण है। मुझे उम्मीद है कि पुरस्कार विजेता आगे भी आदर्श मॉडलों के रूप में काम करना जारी रखेंगे और दूसरों को प्रेरित करते रहेंगे।”

अमृत काल के दौरान निर्यात की भूमिका का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा, “आज हम जो प्रयास कर रहे हैं, वे देश के लिए प्रधानमंत्री के विजन को पूरा करने की दिशा में काफी हम होंगे। हम अब अमृत काल में हैं और अगले 25 साल हमारे लिए सपने देखने और अपने सपनों को सच करने के लिए सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। निर्यातक समुदाय को एक विकसित भारत के लिए योगदान देना चाहिए। ब्रांड के तौर पर देश की छवि के लिए इसका योगदान बहुत बड़ा है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय आपकी सहायता और समर्थन के लिए हर कदम पर आपके साथ है।”

निर्यातकों से द्विपक्षीय संबंधों का अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा, “आज हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था के रूप में जाने जाते हैं। अगले 4-5 वर्षों में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, हम अधिक अवसर सृजित करेंगे। बड़ी संख्या में एफटीए के संदर्भ में हमारी द्विपक्षीय भागीदारी बढ़ रही है, हम संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और अन्य के साथ बातचीत कर रहे हैं। वैश्विक बाजारों तक पहुंच बनाने के लिए इन अवसरों का उपयोग करना चाहिए।”

निर्यात की संभावनाएं बढ़ाने के संबंध में केंद्रीय मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री कहते हैं कि दुनिया के एक देश की तुलना में, भारत के हर जिले में पर्याप्त क्षमताएं हैं। निर्यात और ‘वोकल फॉर लोकल और लोकल गोज ग्लोबल’ के नारे के लिए इन छिपी हुई संभावनाओं पर जोर क्यों न दिया जाए। निर्यातकों को निर्यात बास्केट में विविधता लाने और अधिक से अधिक स्थानों तक पहुंचने पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए हम एक पहल पर काम कर रहे हैं- डिस्ट्रिक्ट एस एक्सपोर्ट हब।”

रचनात्मकता और नवाचार के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, “निर्यात में रचनात्मकता और नवाचार बहुत महत्वपूर्ण है। निर्यातकों के रूप में आप उत्पादों में अधिक नवीनता होने के महत्व को जानते हैं। मैं आपसे शोध में और अधिक निवेश करने का आग्रह करती हूं। वैश्विक बाजार आज विकसित हो रहे हैं। हमें समय के साथ बदलती जरूरतों को समझना होगा और उनके अनुरूप ढलना होगा।”

अपने मुख्य संबोधन को समाप्त करते हुए, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री ने अच्छा प्रदर्शन करने वालों को बधाई दी और कहा, “मुझे उम्मीद है कि आप 2030 के बड़े लक्ष्य की दिशा में योगदान देना जारी रखेंगे, जिसमें प्रत्येक वाणिज्यिक वस्तु और सेवा निर्यात को एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचाना है।”

कार्यक्रम के दौरान, केंद्रीय मंत्री ने क्षेत्र के निर्यातकों को निर्यात के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन के लिए 67 पुरस्कार दिए, जिनमें एमएसएमई, गैर एमएसएमई और सेवा क्षेत्र से जुड़े निर्यातक शामिल थे। शानदार निर्यात वित्त ऋण देने के लिए बैंकों/वित्तीय संस्थानों को भी पुरस्कृत किया गया। ऐसी कई श्रेणियां थीं जिनके तहत निर्यातकों को सम्मानित किया जाता रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी योग्य निर्यातकों को पर्याप्त प्रोत्साहन और प्रेरणा मिले। इस पुरस्कार के दौरान सभी कमोडिटी समूहों के निर्यातकों को सम्मानित किया जाता है।

वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल का स्वागत करते हुए फियो के प्रेसिडेंट डॉ. ए शक्तिवेल ने कहा कि उनकी उपस्थिति से न केवल निर्यातकों को प्रोत्साहित मिलेगा, बल्कि उन्हें उभरती वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए भी प्रेरणा मिलेगी। हमारे पुरस्कार विजेताओं की असाधारण उपलब्धि स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि जब मुश्किलें ज्यादा हों तो मजबूत लोग आगे बढ़ने के लिए और कड़ी मेहनत करते हैं। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में कुल निर्यात 775-790 अरब डॉलर के बीच रहने का अनुमान है, जो 2021-22 के रिकॉर्ड 672 अरब डॉलर के निर्यात से लगभग 12 प्रतिशत ज्यादा होगा। वैश्विक स्तर पर मुश्किल हालात और वैश्विक व्यापार में नरमी के दौर में निर्यात में दहाई अंक में बढ़ोतरी खास तौर पर उत्साहित करने वाली है। यह इसलिए और भी ज्यादा अहम है, क्योंकि हमारे प्रतिस्पर्धी देशों के निर्यात में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और अर्थव्यवस्था में योगदान के लिए बधाई दी। सदस्यों के रूप में राज्यों के व्यापार/वाणिज्य मंत्रियों के साथ व्यापार विकास और संवर्धन परिषद की स्थापना में वाणिज्य मंत्रालय के प्रयासों की सराहना करते हुए, उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय विदेश व्यापार नीति के साथ राज्य सरकारों को व्यापार नीति पर अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट करने और निर्यात रणनीतियों को आगे बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

फियो के रीजनल चेयरमैन-पश्चिमी क्षेत्र श्री परेश मेहता ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए पश्चिमी क्षेत्र निर्यात पुरस्कारों के महत्व पर जोर दिया, क्योंकि ये भारत के पांच बड़े राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, गोवा और छत्तीसगढ़ के सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले निर्यातकों को सम्मानित करते हैं। उन्होंने कहा कि निर्यात उत्कृष्टता पुरस्कार निर्यातक समुदाय में नई उपलब्धियां हासिल करने के लिए उत्साह बढ़ाते हैं।

वाइस प्रेसिडेंट श्री खालिद खान ने माननीय मुख्य अतिथि, पुरस्कार विजेताओं, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और सभी अतिथियों के प्रति उनकी उपस्थिति के लिए धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि निर्यात न केवल मूल्यवान विदेशी मुद्रा अर्जित करने के लिए, बल्कि इससे भी ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित करने और देश के जीडीपी को बढ़ावा देने के लिहाज से महत्वपूर्ण है।

इस कार्यक्रम में उद्योग जगत के प्रमुख लोगों, केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों, अंतर्राष्ट्रीय राजनयिक समुदाय के प्रतिनिधियों, व्यापार जगत और संगठनों के प्रतिनिधियों और निर्यातकों ने भाग लिया।