यूपी: डेल्टा के बाद कप्पा वैरिएंट मिला, क्या है?

इसके लक्षण –

यूपी के जिले में डेल्टा प्लस वैरिएंट के बाद कप्पा वैरिएंट के मामले सामने आए है। देश अभी तक दूसरी लहर से उभर नहीं पा रहा और अब तीसरी लहर आने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

जिसके चलते यूपी के जिले देवरिया और गोरखपुर में 2 कप्पा वैरिएंट के मामले सामने आए है। अब लोगो और डॉक्टरों की चिंता बढ़ गई।

कप्पा वैरिएंट इस प्रकार का है जो कोरोना का कारण बनता है। इस वैरिएंट को विश्‍व स्वास्थ्‍य संगथन ने पिछले साल भारत में अक्टूबर में पहचान लिया था।

इस वैरिएंट की पहचान बी.1.617.1, है और डेल्टा की पहचान बी,1.617.2 है।

देवरिया और गोरखपुर में डेल्टा प्लस के दो मामले सामने आने के बाद अब दो रोगियों में कप्पा वैरिएंट पाया गया है। इसमें से एक की मौत हो चुकी है। यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को हुई अधिकारियों की बैठक के बाद जारी सरकारी बयान के मुताबिक विगत दिनों के जीएमयू (किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय) में 109 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक 107 नमूनों में कोविड की दूसरी लहर में सामने आए डेल्टा स्वरूप की ही पुष्टि हुई है, जबकि दो नमूनों में वायरस का कप्पा स्वरूप पाया गया है।

इसके क्या लक्षण है?

स्वास्थ्य विशेषज्ञ का मनाना है कि यह वैरिएंट खतरनाक हो सकता है। इसमें खांसी, बुखार, गले में खराश जैसे लक्षण है। इसके साथ ही माइल्ड और गंभीर लक्षण कोरोना वायरस जैसे ही होंगे।

कप्पा वैरिएंट से बचाव करने का तरीका है कि घर से बाहर निकलते वक्त डबल मास्क लगाएं, सैनिटाइजर का यूज करें, जरूरी हो तभी घर से निकले। घर से बाहर निकले तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। जब भी बाहर से घर आएं तो हाथों को करीब 20 सेकेंड तक अच्छे से धोएं। बाहर से लाए हुए सामान को कीटाणुरहित करें।

क्या हैं कप्पा वेरिएंट के लक्षण?

विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस के कप्पा वेरिएंट से पीड़ित लोगों में खांसी, बुखार, गले में खराश जैसे प्राइमरी लक्षण दिखाई दे सकते हैं। वहीं, माइल्ड और गंभीर लक्षण कोरोनावायरस के अन्य म्यूटेंट्स के लक्षण की ही तरह होंगे। इस वैरिएंट को लेकर अभी शोध हो रहे हैं लिहाजा अभी इससे जुड़ी कई जानकारी सामने आ सकती है।