उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022- वोट देने के बाद समाजवादी पार्टी पर बरसी मायावती, बोलीं- “SP को वोट देने का मतलब…”
आज उत्तर प्रदेश में चौथे चरण का मतदान हो रहा है। इस चरण में 9 जिलों की 59 सीटों पर वोटिंग हो रही है। सुबह 7 बजे से ही वोटिंग शुरू हो चुकी है। इसी दौरान बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी लखनऊ में अपना वोट डाला। वोट देने के बाद मायावती ने समाजवादी पार्टी पर जमकर तंज कसा।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि मुसलमान समाजवादी पार्टी से खुश नहीं हैं, वे उन्हें वोट नहीं देंगे। यूपी के लोगों ने वोट देने से पहले ही सपा को नकार दिया है क्योंकि सपा को वोट देने का मतलब गुंडा राज, माफिया राज है। सपा सरकार में हुए दंगे सपा नेताओं के चेहरे बता रहे हैं कि वे सत्ता में नहीं आ रहे हैं।
BSP chief Mayawati casts her vote at Municipal Nursery School polling booth in Lucknow #UttarPradeshElections2022 pic.twitter.com/kev8eHhsHz
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 23, 2022
मायावती ने मतदाताओं से वोट डालने की भी अपील की। जिसमें उन्होंने कहा, ‘मतदाताओं से अपील है कि ये लोकतंत्र का उत्सव है उनको वोट डालने के लिए जरूर निकलना चाहिए। आपका एक-एक वोट जरूरी है। परम पूजनीय डॉ भीम राव अंबेडकर के प्रयासों की वजह से ही हमें वोट डालने का अधिकार मिला है। इसलिए हमें अपने अधिकार का जरूर इस्तेमाल करना चाहिए। लोकतंत्र के उत्सव में सभी को शामिल होना चाहिए। बीएसपी को सिर्फ दलितों और मुसलमानों का ही नहीं, बल्कि अति पिछड़े वर्ग और उच्च जाति समाज का भी वोट मिल रहा है।’
एक दिन पहले बीते मंगलवार को मायावती ने भाजपा, सपा और कांग्रेस को दलितों और पिछड़ों की विरोधी करार देते हुए दावा किया था कि इन तीनों ही पार्टियों ने समाज के दबे-कुचले वर्गों के उत्थान के लिए कोई काम नहीं किया। यह बात मायावती ने पयागपुर में देवीपाटन मंडल के बसपा उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित एक चुनावी जनसभा में कही थी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस दलितों और आदिवासियों के हितों का सिर्फ नाटक करती रही है और अपनी गलत नीतियों के कारण कांग्रेस आज देश और कई राज्यों से सत्ता से बाहर हो गई है।
साथ ही मायावती ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाबा साहेब (भीमराव आंबेडकर) को भारत रत्न नहीं दिया, जबकि उनके मिशन को आगे बढ़ाने वाले कांशीराम के निधन पर राष्ट्रीय शोक करने से परहेज किया। कांग्रेस ने मंडल आयोग की सिफारिशों को भी लागू नहीं किया था।
गौरतलब है कि यूपी में 7 चरणों में चुनाव होंगे, पहले चरण के तहत 10 फरवरी को वोटिंग होगी। दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, 5वां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और 7वां चरण 7 मार्च को संपन्न होगा। 10 मार्च को मतगणना होगी और नतीजे आएंगे।