उत्तर प्रदेश: योगी सरकार की सराहनीय पहल “यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना”
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में आज 22 जुलाई से “यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना” का शुभारंभ हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लोकभवन में इस योजना शुरआत की।
इस कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद हुई, इस योजना को शुरू करने के लिए उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की।
राज्यपाल ने कहा कि यूपी पहला ऐसा राज्य है जिसने कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए ऐसी कोई सराहनीय कदम उठाया है।
राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से कहा है कि आपके यहां अगर कोई ऐसे बच्चे हैं तो उनकी मदद करने की कोशिश करे।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि एक-एक प्रोफेसर ऐसे एक-एक बच्चे को गोद लें, उन्हें अपने घर महीने में कम से कम एक बार खाने पर जरूर बुलाएं ,उन्हें अपने बच्चे के जैसे प्यार और स्नेह दीजिये।
यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना
यह योजना कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों के पालन-पोषण, शिक्षा, चिकित्सा आदि की व्यवस्था के लिए शुरू की गयी है। इस योजना में कोरोना से अनाथ हुए बच्चे शामिल हैं। कोरोना से काफी लोगों को जान गंवानी पड़ी है। अनेक ऐसे बच्चे हैं, जिनके माता-पिता दोनों या फिर एक ही है, तो परिवार का पालन करने वाला चला गया है।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोरोना में ऐसे ही अनाथ हुए बच्चों के लिए है। इस योजना में 18 वर्ष तक बच्चों के पालन-पोषण व पढ़ाई तक की व्यवस्था है। योजना में शामिल होने वाले परिवार की अधिकतम आय तीन लाख वार्षिक होनी चाहिए।
इस योजना से प्रति बच्चा को प्रति माह चार हजार रूपए मिलेगा, बच्चों के बैंक खाते में पैसा भेज दिया जाएगा। और 11 वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चों की 12वीं तक की शिक्षा फ्री में होगी। शादी योग्य लड़कियों को उनके शादी के एक लाख एक हजार रूपए दिए जाएंगे।