उत्तर प्रदेश: बुजुर्ग दंपति को बेटे-बहू ने मारपीट कर घर से निकाला, इंसाफ दिलाने खुद सामने आए पुलिस कमिश्नर
कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण को एक सख्त अफसर के रूप में जाना जाता है जिसे लेकर वो हमेशा चर्चा में भी रहते हैं, लेकिन इस बार उनके चर्चा में रहने का कारण उनका एक ऐसा काम है जिससे उनकी पूरे शहर और सोशल मीडिया में तारीफ हो रही है।
एक बुजुर्ग दंपति ने आरोप लगाया था कि उनके बेटे-बहू ने मारपीट कर उन्हें घर से बाहर निकाल दिया गया। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने इस मामले पर कार्रवाई करते हुए आरोपी बेटे और बहू को गिरफ्तार कर लिया तो वहीं बुजुर्ग दंपती को दोबारा उनके घर पर भी भेज दिया। बुजुर्ग दंपती को न्याय दिलाने के लिए कमिश्नर असीम अरुण ने जिस तरह से खुद कार्रवाई की इसे लेकर ही उनकी चारों ओर तारीफे हो रही है।
बता दें, पूरा मामला कानपुर के चाकेरी का था। बुजुर्ग दंपती जब थाने और पुलिस चौकी में चक्कर लगाकर परेशान हो गए तब उन्होंने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की तो वह खुद ही बुजुर्ग दंपती को उनके घर लेकर पहुंचे।
पुलिस कमिश्नर ने मारपीट करने के आरोप में बेटे और बहू को गिरफ्तार किया साथ ही बुजुर्ग दंपती की सुरक्षा के लिए उनके घर पर फोर्स भी तैनात किया। पुलिस ने बेटे और बहू द्वारा कमरों में लगाए गए तालों को भी खुलवाया। कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बुजुर्ग दंपती को अपना नंबर देकर कहा कि दोबारा कभी परेशानी होने पर वो तत्काल उन्हें सूचना दें।
बता दें कि बेटे-बहु को 1 अगस्त को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उन्हें तीन दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
मीडिया से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने कहा कि “जिन्होंने पाल पोसकर बड़ा किया, उन माता-पिता से मारपीट करना और उन्हें बेसहारा करके घर से निकालने वालों के लिए यह एक सबक है। बेटे और बहू के खिलाफ पहले भी मुकदमा दर्ज किया जा चुका था, लेकिन फिर भी वे नहीं सुधरे। इसलिए शांतिभंग की धारा में गिरफ्तार करके उन्हें जेल भेजा गया है अगर आगे कही भी कहीं इस तरह की शिकायत मिलती है तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।