कोरोना की तीसरी लहर के अंदेशे के बीच उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा रद्द की
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उत्तराखंड : कोरोना को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने इस साल भी कांवड़ यात्रा रद्द की। उत्तराखंड सरकार ने यह बड़ा फैसला कोरोना के चलते लिया है। यह कांवड़ यात्रा 15 दिन चलने वाली श्रावण महीने की शुरुात से शुरू हो कर अगस्त के पहले हफ्ते तक चलती है। मगर पिछले साल और इस साल कोरोना की वजह से यात्रा पर रोक लगा दी गई।
इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा को लेकर कहा था कि “बात आस्था की है, लेकिन लोगों की जिंदगी भी दांव पर है। भगवान को भी यह अच्छा नहीं लगेगा, यदि लोग कांवड़ यात्रा के कारण कोविड से अपनी जान गंवाते हैं।” धामी ने कहा था कि “उत्तर प्रदेश, हरियाणा सहित अन्य पड़ोसी राज्यों के साथ परामर्श के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।”
कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतया कि इस साल कांवड़ यात्रा नहीं होगी। बैठक दोबारा कर सकते है मगर लोगो की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
आईएमए की और से अजय खन्ना राज्य कार्य डॉक्टर ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र दिया था और कहा कि “कोरोना की पहली लहर के बाद भी हमने केंद्र की गाइडलाइन नहीं मानी। इसमें लापरवाही हुई जिसके चलते कोरोना की दूसरी लहर आई। दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवाई। संभावना है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है, इसीलिए भक्तों को उत्तराखंड में नहीं आने देना चाहिए। ताकि राज्य को तीसरे लहर से सुरक्षित रखा जा सके।”