उपराष्ट्रपति नायडु ने मूल्य आधारित और नैतिक राजनीति की जरूरत पर जोर दिया
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने भारतीय लोकतंत्र की रक्षा करने और उसे मजबूत बनाने के लिए मूल्य-आधारित और नैतिक राजनीति को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर दिया।
सार्वजनिक जीवन में गिरते हुए मानकों पर चिंता जाहिर करते हुए नायडु ने जनप्रतिनिधियों से अपने राजनीतिक विरोधियों पर व्यक्तिगत हमले करने से बचने का आग्रह किया। उन्होंने महत्वपूर्ण राजनीतिक राष्ट्रीय मामलों पर सभी हितधारकों के साथ आम सहमति बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए युवा और नये राजनेताओं को विभिन्न मुद्दों पर सैद्धांतिक रुख अपनाने की सलाह दी।
आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में कृष्णा जिले की जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय पिन्नामनेनी कोटेश्वर राव की प्रतिमा का अनावरण करते हुए, नायडु ने कहा कि कोटेश्वर राव ने जिला परिषद के अध्यक्ष के रूप में लोगों के मन पर अमिट छाप छोड़ी और उन्होंने दो दशकों से अधिक समय तक अपना पद बरकरार रखा। उन्होंने यह भी सिद्ध किया कि विकेंद्रीकृत लोकतंत्र लोगों को विकासात्मक लाभ प्रदान कर सकता है।
उन्होंने युवा राजनेताओं से कोटेश्वर राव का अनुकरण करने का आग्रह करते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए अपने चुनाव घोषणापत्रों में उचित और व्यावहारिक वादे ही करने चाहिए अन्यथा लोगों का चुनावी लोकतंत्र से विश्वास ही उठ जाएगा। उन्होंने चुनावों के दौरान किए जाने वाले मुफ्त उपहारों के वायदों पर व्यापक विचार-विमर्श करने और चुनाव घोषणा पत्रों को कानूनी रूप से बाध्यकारी बनाने की संभावना के बारे में व्यापक बहस किए जाने का आह्वान किया।
उपराष्ट्रपति ने यह भी सुझाव दिया कि लोगों को अपनी भागीदारी पांच साल में एक बार केवल मतदान करने तक ही सीमित नहीं रखनी चाहिए, बल्कि उन्हें निर्वाचित प्रतिनिधियों और सरकार से लगातार सवाल करने चाहिए और जवाबदेही की मांग करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोगों को 4सी – ‘कैरेक्टर (चरित्र), कैलिबर (क्षमता), केपेसिटी (योग्यता) और कन्डक्ट (आचरण)’ के आधार पर अपने प्रतिद्वंदियों का चयन करना चाहिए, न कि ‘जाति, समुदाय, नकद राशि और आपराधिकता’ के उस आधार पर, जिन्हें कुछ लोगों द्वारा बढ़ावा देने की मांग की जा रही है।
नायडु ने एक अधिक जवाबदेह मीडिया का आह्वान किया जो सनसनी फैलाने से बचता है और निष्पक्ष रूप से समाज के मामलों की स्थिति को दर्शाता है।