हम वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर हैं: पीयूष गोयल
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि हम वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर हैं। 40वें आईआईटीएफ का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बनाए रखने में एक भरोसेमंद वैश्विक भागीदार मानती है।
गोयल ने कहा कि लॉकडाउन के बावजूद भारत ने वैश्विक समुदाय को कोई भी सेवा सहायता उपलब्ध कराने में चूक नहीं की। भारत में एफडीआई की ऐतिहासिक ऊंचाई बनी हुई है, जो पहले 4 महीनों में अब तक का सर्वोच्च एफडीआई स्तर है। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 62 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि आईआईटीएफ प्रदर्शित करेगा कि भारत में व्यवसाय वापस पटरी पर आ गया है।
गोयल ने भारत के पांच प्रमुख सूत्र यानी अर्थव्यवस्था, निर्यात, अवसंरचना, मांग और विविधता को सूचीबद्ध किया। उन्होंने कहा कि बेहतर अवसंरचना, मांग तथा वृद्धि में विविधता और विकास बेहतर और नवीन भारत की आकांक्षा बनेंगे।
गोयल ने उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व अवसंरचना विकास की गुणवत्ता की प्रशंसा की। उन्होंने निर्यात विकास पर जोर देने के लिए भी राज्य सरकार की सराहना की।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आईआईटीएफ आत्मनिर्भर भारत के मिशन को आगे बढ़ाएगा और वोकल फॉर ग्लोबल के विचार को प्रोत्साहित करेगा।
गोयल ने कहा कि टीकों की 110 करोड़ से अधिक खुराकें देने के जरिए हम दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान संचालित कर रहे हैं। अगले साल 500 करोड़ टीकों का उत्पादन होगा और दुनिया का पहला नैज़ल वैक्सीन और पहला डीएनए वैक्सीन सहित भारत में 5 या 6 टीकों का निर्माण किया जाएगा। भारत टीका सुरक्षा मुहैया कराएगा और विश्व को एक सुरक्षित स्थान बनाएगा। भारत यह सुनिश्चित करेगा कि दुनिया के हर हिस्से को सुरक्षित होने के लिए समान रूप से टीका उपलब्ध हो।
मंत्री ने कहा कि आईआईटीएफ अपने 40वें संस्करण में एक साल के अंतराल के बाद वापस लौटा है और इसे दोगुने जोश तथा ‘आत्मनिर्भरता’ और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के दोहरे इंजन से शक्ति प्राप्त है। उन्होंने कम समय में व्यापार मेले का आयोजन करने और 3,000 से अधिक प्रदर्शकों की सबसे बड़ी भागीदारी के साथ यह प्रदर्शित करने कि दुनिया भारत को एक “विश्वसनीय भागीदार” के रूप में देख रही है, के लिए आईटीपीओ की सराहना की।
उन्होंने कहा कि 750 से अधिक महिलाएं/स्वयं सहायता समूह प्रदर्शक भारत की नारी शक्ति की क्षमता का प्रदर्शन करते हैं।
गोयल ने कहा कि भारत दुनिया के उद्योग और सेवाओं का हब बन सकता है। भारतीय उद्योग गुणवत्ता, प्रतिस्पर्धात्मकता और परिमाण की अर्थव्यवस्थाओं के आधार पर नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है। आईआईटीएफ ‘लोकल गोज ग्लोबल’ और ‘मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड’ के लक्ष्य को अर्जित करने में मदद करेगा।
मंत्री ने कहा कि कोविड-19 ने बाधा उत्पन्न किया है, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निर्भीक और निर्णायक नेतृत्व तथा लोगों की सामूहिक इच्छा के जरिए भारत ने उल्लेखनीय वापसी दर्ज कराई है।
गोयल ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 4 महीनों के दौरान अब तक की सर्वाधिक एफडीआई आवक 27 अरब डॉलर की थी, जो वित्त वर्ष 2020-21 की समान अवधि की तुलना में 62 प्रतिशत से अधिक रही है। अप्रैल-अक्टूबर 2021 में वस्तु व्यापार निर्यात 232 अरब डॉलर (अप्रैल-अक्टूबर 2020 की तुलना में 54 प्रतिशत अधिक और अप्रैल-अक्टूबर 2019 की तुलना में 25 प्रतिशत से अधिक) था।
गोयल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत के सॉवरेन रेटिंग आउटलुक को ‘नकारात्मक’ से ‘स्थिर’ कर दिया है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर में जीएसटी संग्रह बढ़कर 1.3 लाख करोड़ रुपये हो गया, दिवाली के दौरान 1.25 लाख करोड़ रुपये की खुदरा बिक्री हुई, अक्टूबर में विनिर्माण पीएमआई बढ़कर 55.9 जा पहुंचा, सेवा पीएमआई पिछले महीने 58.4 के एक दशक के उच्च स्तर पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि भारत अपने निवेशकों के लिए अनुकूल होने के साथ अब निवेशों के लिए ‘गंतव्य’ बन गया है।
गोयल ने कहा कि भारत 130 करोड़ नागरिकों के ‘विश्वास, साथ और प्रयास’ के साथ विश्वासपूर्वक सीख रहा है, अपने ज्ञान का उपयोग कर रहा है और विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है।