आखिर दिल्ली को ये हुआ क्या है ? हर तरफ बस धुआँ-धुआँ है।

दिल्ली ने देश के साथ ही दुनिया में भी प्रदूषण के मामले में अपनी एक अलग पहचान बना रखी है। साथ ही ऐसा लगता है मानो दिल्ली के सीएम केजरीवाल इस पहचान को बनाए रखना चाहते हैं, इसलिए दिल्ली में प्रदूषण को रोकने में आजतक ना-कामयाब रहे हैं।

दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ने की वजह बहुत है, लेकिन उससे भी बड़ी वजह है जगह-जगह पर कूड़े का अंबार. जो एक बार आग पकड़ ले तो दिल्ली के साथ ही पूरे एनसीआर में प्रदूषण का स्तर चर्म पर पहुंचा देता है।

नॉर्थ दिल्ली के भलस्‍वा लैंडफिल साइट पर मंगलवार को लगी भीषण आग का मामला भी कुछ ऐसा ही है। देखते ही देखते ये आग इतनी फैल गई थी, कि आने जाने वाले लोग वीडियो बनाने लगे। सीएम केजरीवाल ने आग पर तो काबू पा लिया है, लेकिन सीएम जी ये तो बता देते की अब उसकी वजह से बढ़े दिल्ली के प्रदूषण का क्या किया जाए।

इतना ही नहीं अभी तो यहां की जमीन भी ठीक से ठंडी नहीं हुई थी कि साउथ दिल्ली के शेख सराय इलाके से एमसीडी के जंक यार्ड में भी भीषण आग लगने का मामला सामने आ गया। आग इतनी भयानक थी कि यॉर्ड में रखे वाहन और रेहड़ी पटरी सब जलकर खाक हो गए.

इन घटनाओं पर तो एक लाइन याद आती है कि “आखिर ये दिल्ली को हुआ क्या है, हर तरफ बस धुआँ-धुआँ है”

अभी तक भी दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली प्रदूषण को रोकने के लिए कोई पुख्ता कदम नहीं उठाए हैं, और केजरीवाल जी तारीफ करते हैं “दिल्ली मॉडल” की।

जानकारी के लिए बता दें कि 20 अप्रैल को भी गाजीपुर लैंडफिल साइट पर आग लग गई थी. और उसके बाद से जैसे ये सिलसिला थम ही नहीं रहा. अब भलस्‍वा लैंडफिल साइट पर भीषण आग लग गई. आसमान में धुएँ के गुबार की वजह से आसपास के लोगों का जीना मुहाल हो जाता है.