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2 मई को इतना महत्वपूर्ण क्यों माना जा रहा हैं। इस दिन से ममता और योगी का क्या है नाता

2 मई ममता बनर्जी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए भी काफ़ी अहम हो गया है। क्योंकि यूपी चुनाव के नतीजे इसी दिन आएंगे।दरअसल, इस दिन पता चल जाएगा कि पश्चिम बंगाल में ममता सरकार बरकरार रहेगी या नहीं। तो वहीं उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव के नतीजे सीएम योगी के लिए सेमीफाइनल हो गया है।

वैसे तो चुनाव पांच राज्यों में हैं लेकिन सबकी निगाहें पश्चिम बंगाल की चुनाव पर टिकी हुई है, जहां 8 चरणों में कराए जा रहे चुनाव का प्रथम चरण का मतदान 28 मार्च यानि आज होने वाला है। दूसरे चरण का मतदान 1 अप्रैल को, तीसरे चरण का 6 अप्रैल को, चौथे चरण का 10 अप्रैल को, पांचवें चरण का 17 अप्रैल को होगी। वहीं छठे चरण का 22 अप्रैल और सातवें स्थान पर व आठवें चरण यानी आखिरी चरण का मतदान 26 और 29 अप्रैल को होगी। हालांकि, चुनाव को आठ चरण में कराने पर ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर पक्षपात करने का आरोप लगाया था। ममता बनर्जी का आरोप था कि चुनाव आयोग बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए इतने चरणों में चुनाव करा रहा है। वहीं चुनाव आयोग ने इसका खंडन किया। अपने सफाई में चुनाव आयोग ने एक बयान जारी किया और कहा कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव को कराने के लिए तथा कोरोना महामारी के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।

उधर, यूपी में पंचायत चुनाव का शंखनाद भी बज गया है। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने पंचायत चुनाव कराने की अधिसूचना जारी कर दी। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज सिन्हा ने बताया कि राज्य में 4 चरणों में पंचायत चुनाव कराए जाएंगे जिसका प्रथम चरण का चुनाव 15 अप्रैल को होगा। दूसरे चरण का 19, I तीसरे का 26, और आखिरी यानी चौथे चरण का 29 अप्रैल को होगा और 2 मई को इसके परिणाम घोषित किए जाएंगे

यूपी का पंचायत चुनाव सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 2022 विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। आदित्यनाथ के लिए सत्ता की डगर कितनी आसान होगी यह तय करेगा।

फिलहाल, सबकी निगाहें जंगलमहल के गद्दी पर टिकी हैं। जिस सिंहासनी तिलिस्म की चाभी अभी बंगाल की जनता के हाथ में है जो 2 मई को तय करेगी कि किस पर सजेगी ताज और किस पर गिरेगी जनता की गाज।