वुहान इंसिट्यूट ऑफ वायरलॉजी: चीन के इसी संस्थान से फैला वायरस?
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जिस कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा दिया है, उसकी उत्पति और शुरुआत कहां से हुआ इस बात की जानकारी लेने का अधिकार पूरी दुनिया को है। वायरस फैलने के शुरुआत से ही इस बात की चर्चा चल रही है कि यह वायरस पहले चीन में फैला और फिर वहां से पूरी दुनिया में।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने शासन के आखिरी दौर में वायरस को लेकर चीन पर निशाना साधते रहे थे, लेकिन चीन के साथ उनके संबंधों के कारण दुनिया ने उनकी बातों को सीरियस नहीं लिया। और यह वायरस चीन से फैला है इसकी तहकीकात नहीं की गई।
हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रयोगशाला से वायरस निकलने की बात को स्वीकार नहीं किया और मार्च 2021 में प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह चीन के पशु बाजार से निकला हुआ वायरस है। यह वायरस चमगादड़ से निकलकर किसी और जीव से होता हुआ मानवों में प्रवेश कर गया।
कई शोधपरक अध्ययनों से अब अमेरिका की संस्थाओं और व्यक्तियों के चीन के साथ संबंध भी सामने आ रहे हैं। जो तथ्य सामने आ रहे हैं उनके अनुसार वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के शोधकर्ता ‘गेन ऑफ फंक्शन’ प्रयोग कर रहे थे, जिसका उद्देश्य यह था कि कोरोना वायरस को कैसे मानव की कोशिकाओं में संक्रमित किया जाए यानी वह प्रयोग जिससे कोविड वायरस विकसित हो सकता है।