किसान सम्मान निधि की 12वीं क़िस्त जारी, प्रधानमंत्री ने किसान समृद्धि केंद्रों का किया लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान किसान सम्मान निधि का 12वीं क़िस्त जारी कर दिया है। इस क़िस्त में लगभग 16000 करोड़ रुपये किसानों के खाते में भेजे गए हैं। साथ ही प्रधानमंत्री ने PM किसान सम्मान सम्मेलन और 600 PM किसान समृद्धि केंद्रों, जन उर्वरक परियोजना, कृषि-स्टार्टअप सम्मेलन और प्रदर्शनी के उद्घाटन कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में 600 से ज्यादा PM किसान समृद्धि केंद्रों की शुरुआत हो रही है, ये केंद्र केवल किसानों के लिए उर्वरक खरीद बिक्री का केंद्र नहीं बल्कि एक संपूर्ण रूप से किसान के साथ घनिष्ठ नाता जोड़ने वाला है और उसके हर सवालों का जवाब देने वाला केंद्र है। इस मौके पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मंच पर मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों एवं भारतीय जन उर्वरक परियोजना- एक राष्ट्र एक उर्वरक का शुभारंभ किया। pic.twitter.com/iyBDgpax2S
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 17, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, “आज ‘वन नेशन, वन फर्टिलाइजर’ के रूप में किसानों को सस्ती और क्वालिटी खाद भारत ब्रांड के तहत उपलब्ध कराने की योजना भी शुरू हुई है। 2014 से पहले फर्टिलाइजर सेक्टर में काफी संकट थे। किसानों का हक छीना जाता था और बदले में लाठियां झेलनी पड़ती थी इसे किसान कभी नहीं भूल सकते।” प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “हमने यूरिया की शत प्रतिशत नीम कोटिंग करके उसकी कालाबाजारी रुकवाई। हमने बरसों से बंद पड़े देश के छह सबसे बड़े यूरिया कारखानों को फिर से शुरू करने के लिए मेहनत की।यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भर के लिए भारत अब तेजी से लिक्विड नैनो यूरिया की तरफ बढ़ रहा है।” प्रधानमंत्री मोदी ने नैनो यूरिया के फायदे बताते हुए कहा, “नैनो यूरिया, कम खर्च में अधिक प्रोडक्शन का माध्यम है। जिसको एक बोरी यूरिया की जरूरत लगती है वो काम अब नैनो यूरिया की एक छोटी सी बॉटल से हो जाता है। ये विज्ञान और टेक्नोलॉजी का कमाल है।”
नैनो यूरिया, कम खर्च में अधिक प्रोडक्शन का माध्यम है। जिसको एक बोरी यूरिया की जरूरत लगती है वो काम अब नैनो यूरिया की एक छोटी सी बॉटल से हो जाता है। ये विज्ञान और टेक्नोलॉजी का कमाल है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 17, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को टेक्नोलॉजी का महत्व बताते हुए कहा, “आधुनिक टेक्नोलॉजी के उपयोग से छोटे किसानों को कैसे लाभ होता है, इसका एक उदाहरण पीएम किसान सम्मान निधि भी है। इस योजना के शुरू होने के बाद से दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए हैं।” उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के माध्यम से किसान घर बैठे ही देश की किसी भी मंडी में अपनी उपज बेच सके, ये भी e-NAM के माध्यम से किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे यहां जो पारंपरिक मोटे अनाज- बाजरा होते हैं, उनके बीजों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए भी आज देश में अनेक हब बनाए जा रहे हैं। भारत के मोटे अनाज पूरी दुनिया में प्रोत्साहन पाएं, इसके लिए सरकार के प्रयासों से अगले वर्ष को मोटे अनाज का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष भी घोषित किया गया है।”
हमारे यहां जो पारंपरिक मोटे अनाज- बाजरा होते हैं, उनके बीजों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए भी आज देश में अनेक हब बनाए जा रहे हैं। भारत के मोटे अनाज पूरी दुनिया में प्रोत्साहन पाएं, इसके लिए सरकार के प्रयासों से अगले वर्ष को मोटे अनाज का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष भी घोषित किया गया है: PM pic.twitter.com/cmt07lxzRD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 17, 2022