बीजेपी में शामिल होने के बाद बोले जितिन- बहुत सोच-विचार और अंतरआत्मा की आवाज के बाद लिया निर्णय

कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद ने कहा कि मेरा तीन पीढ़ियों से कांग्रेस का साथ रहा, ये निर्णय आसान नहीं था। बहुत सोच-विचार और अंतरआत्मा की आवाज के बाद ये निर्णय लिया। वहीं अगर बात करे तो आज के समय में भारत के सामने जो चुनौतियां हैं उससे निपटने के लिए देश हित में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व सबसे सक्षम है।

जितिन का भाजपा में जाने से कांग्रेस में हलचल मच गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर वह कांग्रेस और उस विचारधारा को दोष देते हैं जिसके लिए उन्होंने और उनके पिता ने काम किया, तो यह दुखद है।खड़गे ने कहा कि जितिन को कांग्रेस में सभी लोग सम्मान देते थे। उन्होंने अचानक अपना स्टैंड बदल दिया, ये बहुत दुख की बात है। हो सकता है 8-10 साल हमारे लिए ठीक न हों लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम विचारधारा छोड़ें। ये नहीं होना चाहिए था। जितिन प्रसाद पारंपरिक कांग्रेसी थे, हमने उन्हें सम्मान दिया, उनकी उपेक्षा नहीं की गई।