भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ में किए गए 6300 करोड़ खर्च की हो सीबीआई जांच: ‘आप’
भाजपा द्वारा आप के विधायकों की खरीद-फरोख्त के मुद्दे पर आप विधायक आतिशी ने बुधवार को कहा कि देशभर में भाजपा ने जिस तरह सरकार गिराने के लिए खर्च किया है, उसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा कि आज दोपहर तीन बजे विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल सीबीआई दफ्तर जाकर एक देशव्यापी जांच की मांग करेगा कि कैसे 6300 करोड़ रुपए बीजेपी ने देश भर में अलग अलग राज्यों की सरकारों को गिराने में खर्च किए हैं।
Delegation of @AamAadmiParty MLAs is en route to CBI Headquarters to file a complaint against ‘Operation Lotus’. We are demanding an investigation into the sources of ₹6300 crores spent by BJP on ‘Operation Lotus’ across the country
— Atishi (@AtishiAAP) August 31, 2022
उन्होंने कहा कि हमने कई बार समय मांगा, नहीं मिला। हमें कहा कि मेल कीजिए उसका जवाब नहीं आया। आज दोपहर तक अगर समय नहीं मिला तो हम वहां जाएंगे। 10 विधायकों का प्रतिनिधिमण्डल सीबीआई निदेशक से मिलने जाएंगे।
भाजपा से उपराज्यपाल से जांच की मांग के सवाल पर आतिशी ने कहा कि हम तो कह रहे हैं दिल्ली में नहीं पूरे देश की देशव्यापी जांच होनी चाहिए। महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, एमपी इन सब राज्यों के लिए देशव्यापी जांच होनी चाहिए। ये जांच एक राज्य के एलजी द्वारा नहीं होनी चाहिए बल्कि देशव्यापी होनी चहिए।
ईडी द्वारा इन पैसों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश अगस्त के महीने आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहा है। हम 75 साल में गर्व कर रहे हैं कि हमारे देश में लोकतंत्र कायम है, लेकिन भारत के लोकतंत्र को सत्तारुढ़ बीजेपी से खतरा हो रहा है। भाजपा जब किसी राज्य में चुनाव हार जाती है किसी और पार्टी की सरकार बन जाती है तो वहां भाजपा का ऑपेरशन शुरू हो जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा अबतक 277 विधायक ऑपेरशन लोटस खरीद चुकी है। 277 40 दिल्ली के विधायकों की कैलकुलेट करें तो भाजपा ने 6300 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली से भाजपा के सांसदों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आप पर हमला बोला है। उन्होंने उपराज्यपाल से मांग की है कि वो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा भाजपा पर उनके विधायकों की खरीद फरोख्त के लगाए गए आरोपों की जांच कराएं। भाजपा सांसद मनोज तिवारी, प्रवेश वर्मा, रमेश बिधूड़ी और हंसराज हंस ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर यह बात कही। उन्होंने इस संबंध में एलजी को चिट्ठी भी लिखी।