NewsExpress

News Express - Crisp Short Quick News
केंद्रीय एजेंसियां भाजपा नेताओं पर कार्रवाई करने से बचती हैं: ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में तत्पर रहती हैं, लेकिन जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता भ्रष्टाचार में शामिल होते हैं तो उन पर कार्रवाई करने से परहेज करती हैं।

बनर्जी की टिप्पणियां स्पष्ट रूप से भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष के संदर्भ में थीं। दरअसल, घोष के फ्लैट के कागज़ात स्कूल शिक्षा आयोग (एसएससी) घोटाले के एक आरोपी प्रसन्न रॉय के आवास से बरामद हुए हैं।

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख झारग्राम के दो दिवसीय दौरे के लिए कोलकाता से रवाना होने पर कहा, “ अर्पिता मुखर्जी के आवास से पार्थ चटर्जी के नाम के दस्तावेज मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। वह सही था। कानून अपना काम करेगा।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “लेकिन जिस भाजपा नेता के फ्लैट के कागज़ात एक आरोपी के घर से जब्त किए गए थे, उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? ऐसा लगता है कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियां तेजी से कार्रवाई कर रही हैं, लेकिन जब भाजपा नेताओं की बात आती है तो वे इतनी तत्पर नहीं होती हैं।”

रॉय के आवास पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के छापे के दौरान घोष के फ्लैट के कागजात की एक प्रति मिली थी।

घोष ने कहा, “ प्रसन्न रॉय और मैं एक ही रिहायशी सोसाइटी में रहते हैं। वे समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष थे। मैंने उन्हें बिजली कनेक्शन का नाम बदलने के लिए फ्लैट के कागज़ात की प्रति दी थी।”

भाजपा नेता ने कहा, “ मैंने बैंक से कर्ज लेकर फ्लैट खरीदा है। टीएमसी इसे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है।”