कांग्रेस नेता शशि थरूर का एलान, कहा- अध्यक्ष बना तो लोकतंत्र के लिए करवाऊंगा CWC चुनाव
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने बुधवार को कहा कि अगर वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रमुख बनते हैं तो पार्टी के मौजूदा संविधान को पूरी तरह से लागू करेंगे और संसदीय बोर्ड का भी गठन करेंगे जो कई सालों से नहीं बना है। थरूर ने एक इंटरव्यू में कहा कि कांग्रेस को अपनी शक्तियों का विकेंद्रीकरण करना चाहिए और जमीनी स्तर के पदाधिकारियों को सही मायनों में सशक्त बनाना चाहिए।
तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य ने कहा कि कुछ महीने पहले हुए चिंतन शिविर में जिस ‘उदयपुर नवसंकल्प’ पर सहमति बनी थी उसे वह पूरी तरह से लागू करेंगे। यह पूछ जाने पर कि अध्यक्ष बनने पर कांग्रेस के लिए उनकी क्या योजनाएं हैं, 66 वर्षीय थरूर ने कहा, ‘‘मैं सोचता हूं कि पहला कदम यह होगा कि कांग्रेस कार्य समिति का चुनाव कराया जाए ताकि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का प्रसार हो सके।” उनका कहना था, ‘‘मैं कांग्रेस के संविधान को पूरी तरह से लागू करूंगा। संविधान के तहत कार्य समिति का चुनाव और संसदीय बोर्ड का गठन जरूरी है। उदयपुर नवसंकल्प को पूरी तरह लागू करूंगा।” पार्टी के ‘G23′ ग्रुप के नेताओं की यह प्रमुख मांग रही है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के अलावा कार्य समिति का भी चुनाव कराया जाए। थरूर भी इस समूह में शामिल थे जिसने सोनिया गांधी को अगस्त, 2020 में पत्र लिखा था।
कांग्रेस ने उदयपुर चिंतन शिविर में जिस पर नवसंकल्प को जारी किया था उसमें ‘एक परिवार, एक टिकट’, संगठन में 50 वर्ष से कम उम्र के नेताओं को बड़े पैमाने पर प्रतिनिधित्व देने समेत कई सुधारों का वादा किया गया था। थरूर के अनुसार, उन्होंने अपने घोषणापत्र में इसका उल्लेख किया है कि कांग्रेस को प्रदेश कांग्रेस कमेटियों, जिला कमेटियों, ब्लॉक कमेटियों और बूथ कमेटियों के अध्यक्षों को असली ताकत देनी होगी ताकि राज्यों में पार्टी को सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘हमें शक्तियों का विकेंद्रीकरण करना होगा और पार्टी के जमीनी पदाधिकारियों को सही मायनों में सशक्त बनाना होगा। मिसाल के तौर पर, हमारे पीसीसी डेलीगेट की पिछले 22 वर्षों से कोई भूमिका नहीं थी। अब वे 17 अक्तूबर को मतदान करेंगे।”