कोरोना की बूस्टर डोज है जरूरी, लगवाने से पहले जान लें ये बातें

कोरोना वायरस के खिलाफ एक नई स्टडी में वैक्सीन की बूस्टर डोज को बेहद जरूरी बताया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि इसके लिए आपको नए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी।

आप सेंटर पर जाकर भी सीधे वैक्सीन लगवा सकते हैं। अगर आप भी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने वाले हैं तो ये बातें जान लीजिए।

बता दें कि भारत में एक बार फिर कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार बूस्टर डोज पर ज्यादा ध्यान दे रही है। केंद्र की तरफ से 18 से 59 साल की उम्र के लोगों को मुफ्त में कोविड के खिलाफ वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाई जा रही है। 75 दिनों तक बिना किसी शुल्क के सरकारी केंद्रों पर बूस्टर डोज लगवाई जा सकती है।

इससे पहले 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को ही फ्री में बूस्टर डोज लगाई जा रही थी।

अगर आप भी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने वाले हैं तो ये बातें जान लीजिए:

1- क्यों जरूरी है बूस्टर डोज?

रिसर्च में सामने आया है कि बूस्टर डोज एंटीबॉडी के लेवल को बढ़ा देती है। इसके बाद इम्यूनिटी पहले से ज्यादा मजबूत हो जाती है। हालांकि इसका ये मतलब नहीं है कि आपको कोरोना का खतरा नहीं है, लेकिन नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को इससे काफी कम किया जा सकता है।

2- कौन से वैक्सीन का बूस्टर शॉट लगाया जाएगा

आपने पहले जिस वैक्सीन दोनों डोज ली हैं आपको उसी का बूस्टर शॉट लगाया जाएगा। अगर आपने कोवीशील्ड की दोनों डोज लगवाई है तो आपको कोवीशील्ड का बूस्टर शॉट लगेगा।

3- कौन सी बीमारियों के मरीजों को लगेगा बूस्टर डोज?

अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है तो आपको बूस्टर शॉट लग सकता है। कॉर्डियोवैस्कुलर डिसीज, स्टेम सेल ट्रांसप्लांट रेसिपिएंट, कैंसर, सिकल सैल डिसीज, डायबिटीज, किडनी डिसीज जैसी बीमारी से पीड़ित मरीज को बूस्टर शॉट लग सकता है।