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मोरबी हादसे में दोषियों को कोर्ट ने भेजा न्यायिक हिरासत में, वकीलों ने केस लड़ने से किया मना

गुजरात के मोरबी में हैंगिंग पुल दुर्घटना के बाद प्रशासन लगातार दोषियों पर करवाई करने में जुटी है। बुधवार को मोरबी कोर्ट ने मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना में 4 आरोपियों को 5 नवंबर तक पुलिस हिरासत में और अन्य 5 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा है। इन लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मोरबी जाकर घायलों से मुलाकात किया था। वहीं जिन लोगों की इस हादसे में मौत हो गई थी, उनके परिजनों से भी प्रधानमंत्री ने मुलाकात किया था। बता दें, इस विभत्स हादसे में 134 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, बुधवार को अहमदाबाद में मोरबी हादसे में जान गवाने वाले लोगों के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित किया गया था। जिसमें मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल शामिल हुए।

1-2 लोग अभी भी लापता: NDRF कमांडेंट

NDRF कमांडेंट प्रसन्ना कुमार ने जानकारी देते हुए कहा, “बचाव अभियान लगातार जारी है। अगर अभी अन्य शव होते तो हमें मिल जाते, हमें लगता है कि अब कोई शव नहीं बचा है। ज़िला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार 1-2 लोग अब भी लापता हैं। हम अन्य एजेंसियों के साथ तलाशी अभियान चला रहे हैं।” साथ ही इस घटना में लगातार दोषियों पर करवाई करने की तैयारी किया जा रहा हैं। इस संबंध में मोरबी के पुलिस अधीक्षक राहुल त्रिपाठी ने कहा, “अभी तक मामले में 9 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है और वो हमारे पास रिमांड पर हैं। अभी आगे की जांच जारी है और अगर किसी अन्य व्यक्ति की आपराधिक जिम्मेदारी सामने आती है उस पर भी कार्रवाई होगी।”

दोषियों का केस नहीं लड़ेंगे वकील

मोरबी के वकीलों ने इस हादसे के दोषियों का केस लड़ने से मना कर दिया है। मोरबी बार एसोसिएशन के वरिष्ठ वकील एसी प्रजापति ने जानकारी देते हुए कहा, “मोरबी ब्रिज गिरने की घटना में (ओरेवा कंपनी के) 9 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।मोरबी बार एसोसिएशन व राजकोट बार एसोसिएशन ने उनका मामला नहीं लेने व उनका प्रतिनिधित्व नहीं करने का फैसला किया है।दोनों बार एसोसिएशन ने यह प्रस्ताव पारित किया है।”